आगर-मालवा। ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग ने बुधवार को आगर-मालवा जिले के प्रवास के दौरान आगर तहसील के ग्राम लाडवन, करवाखेडी, पचोरा, दूधपुरा आदि में स्थापित होने वाली सौर उर्जा परियोजना स्थल का निरीक्षण किया.
आगर को मिलेगी 550 मेगावाट सोलर पार्क की सौगात
आगर-मालवा, शाजापुर और नीमच जिले में 1500 मेगावट की सौर परियोजना स्थापित होना है. आगर जिले को 550 मेगावाट के सौर पार्क की सौगात मिली है. इस परियोजना का निर्माण हो जाने से राज्य को सस्ती बिजली तो मिलेगी ही, साथ ही पर्यावरण संरक्षण भी होगा. परियोजना के निर्माण अवधि में लोगों को रोजगार के अवसर भी प्रदान होंगे.
2022 तक पूरा होगा काम
तीनों जिलो की 1500 मेगावाट की सौर परियोजना का काम नवंबर 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा. परियोजना में उत्पादित विद्युत को मध्य प्रदेश के अलावा भारतीय रेल्वे को दिया जाएगा. बाहरी ग्रिड से परियोजना को जोड़ने के लिए पॉवर ग्रिड सब-स्टेशन का निर्माण किया जाएगा.
इन जगहों पर निर्मित होगा सोलर पार्क
- जिले में 550 मेगावट का सौर पार्क स्थापित करने के लिए आगर तहसील के ग्राम माधवपुर, बिजनाखेड़ी, कसाई देहरिया, करवाखेड़ी, लाड़वन, पिपल्याकुमार, दुधपुरा की कुल राजस्व भूमि 578 हैक्टेयर और 25 किसानों से 51 हेक्टेयर भूमि आपसी सहमति के आधार पर ली जाएगी.
- सुसनेर तहसील के ग्राम पालड़ा, नाहरखेड़ा, उमरिया, पिपल्यानांनकर की कुल राजस्व भूमि 693 हेक्टयेर और 82 हेक्टेयर भूमि 41 किसानों से आपसी सहमति के आधार पर ली जाएगी.
- साथ ही किसानों के लिए कुसम- ए, बी, सी स्कीम अंतर्गत भी जिले में काम किया जा रहा है.
- कुसुम-बी अंतर्गत आगर-मालवा जिले में प्रथम चरण में 69 सोलर पंप स्थापित किए जा चुके हैं.
- द्वितीय चरण में 288 पंप स्थापित किए हैं, 29 सोलर पंप स्थापनाधीन हैं.
- कुसुम-सी स्कीम में संपूर्ण फीडर लेवल पर सोलाराइजेशन किया जाएगा, जिससे किसानों को दिन में सिंचाई की सुविधा मिल सकेगी और अतिरिक्त आमदानी भी उन्हें होगी.