उज्जैन। उज्जैन के नागदा में भी कांग्रेस आपसी खींचतान का शिकार हो रही है. कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारी और पार्टी के चुनाव अधिकारी के बीच द्वंद्व काफी बढ़ गया है. यह द्वंद्व अब अदालत के दरवाजे तक पहुंच चुका है. याचिकाकर्ता सुबोध स्वामी ने बताया कि उन्होंने जिला अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी पेश की थी. मगर उज्जैन के जिला चुनाव अधिकारी अब्दुल मन्नान खान ने यह कह कर सुबोध स्वामी की दावेदारी खारिज कर दी कि किसी बड़े नेता ने उनके नाम के लिए प्रस्ताव नहीं दिया है. इसी आधार पर सुबोध स्वामी ने अपर जिला न्यायालय नागदा के वाद दायर किया था. उनकी याचिका कोर्ट ने स्वीकार करते हुए नोटिस जारी किए हैं. यह नोटिस कांग्रेस के नीचे से लेकर उच्च पदाधिकारियों तक को जारी किए गए हैं. (ujjain dispute of district president reached court) (ujjain nagda congress President dispute court)
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जाने क्या है पूरा मामलाः सुबोध स्वामी ने बताया कि जिले के कांग्रेस विधायक पैसों के लालच में चाटुकारिता करने वाले लोगों को जिला अध्यक्ष बनाना चाहते हैं. स्वामी ने यह भी कहा कि एक तरफ कांग्रेस ऊपर से बदलाव कर रही है. वहीं निचले स्तर पर कांग्रेस में अब भी कोई बदलाव देखने को नहीं मिल रहा है. उज्जैन के नागदा में याचिकाकर्ता सुबोध स्वामी ने जिला अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी पेश की थी. मगर उज्जैन जिला चुनाव अधिकारी अब्दुल मन्नान खान ने यह कह कर सुबोध स्वामी की दावेदारी खारिज कर दी कि किसी बड़े नेता ने उनके नाम के लिए प्रस्ताव नहीं दिया है. इस बात से नाराज होकर कांग्रेसी नेता सुबोध स्वामी ने अपर जिला न्यायालय नागदा के वाद दायर कर दिया था. उनकी याचिका को स्वीकार कर कांग्रेस के बड़े नेताओं को नोटिस जारी किया है. जिसमें सोनिया गांधी राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय चुनाव अधिकारी मधुसूदन मिस्री व मप्र कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सामिल है. (ujjain nagda congress president court issue notice)