उज्जैन। मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के साथ आयोग का एक दल जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों और वन स्टॉप सेंटरों के औचक निरीक्षण के लिए उज्जैन पहुंचा. यहां आयोग ने ग्राम मताना कलां में स्तिथ आंगनबाड़ी में बच्चों की कमी को लेकर चिंता जताई. मीडिया से चर्चा के दौरान अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन ने कहा कि, हम औचक निरीक्षण पर पंहुचे हैं. सब कुछ सही मिला, लेकिन यहां बच्चों की कमी चिंता जनक है. हम अब इस बारे में विचार करेंगे की बच्चों की संख्या केंद्रों में बढ़ाने के लिए क्या किया जाए. (Surprise Inspection of Anganwadi Centers in MP)
औचक निरीक्षण कर जानकारियां ली: उज्जैन अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन ने केंद्र के जिम्मेवारों से बच्चों को लेकर कई जानकारियां ली. इसमें उन्हें बताया गया कि बच्चों को सुबह 10 बजे नाश्ता दिया जाता है, दोपहर 1 बजे भोजन करवाया जाता है. इसके साथ ही उन्होंने अन्य सुविधाओं को लेकर भी बातचीत की. इसमें स्वच्छ्ता, नैतिक शिक्षा, समय सारणी, खेल गतिविधि और स्टाफ संबंधित जानकारी शामिल थी. जिसमें सामने आया कि अधिकांश माता पिता बच्चों को प्राइवेट प्ले स्कूलों में भेज देते हैं. नर्सरी में भर्ती करवा देते हैं, ऐसे में यह स्थिति एक मुख्य कारण हो सकती है. (One Stop Centers in Ujjain)
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डीएम एसएसपी रहे मौजूद: उज्जैन पहुंचे मानव अधिकार आयोग के सदस्यों का सर्किट हाउस में उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह और एसएसपी सत्येंद्र शुक्ल ने स्वागत किया. इससे पहले जिले के मताना कला ग्राम पंचायत के अंतर्गत स्थित आंगनवाड़ी केंद्र पर आयोग के अध्यक्ष जैन के साथ दो सदस्यों ने निरीक्षण किया था. मानवाधिकार आयोग के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन के साथ दल के सदस्य मनोहर ममतानी, सरबजीत सिंह, डीएम आशीष सिंह, एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल और अन्य आलाधिकारी मौजूद रहे. (Less Number Of Children In MP Anganwadi Center)