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उज्जैन पहुंची FSSAI की मोबाइल FOOD SAFETY लैब, लोगों ने करवाई सैंपलों की जांच - फसाई की फूड सेफ्टी लैब

FSSAI की FOOD SAFETY ON WHEELS लैब उज्जैन पहुंची, जहां लोगों ने संदेह होने पर खाद्य सामग्रियों का परीक्षण कराया.

FSSAI Mobile FOOD SAFETY Lab Reaches Ujjain
FSSAI की मोबाइल FOOD SAFETY लैब
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Published : Dec 9, 2020, 5:27 PM IST

उज्जैन। मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में मिलावट मुक्ति अभियान का हिस्सा बन रही है FSSAI की FOOD SAFETY ON WHEELS लैब उज्जैन पहुंची, जहां लोगों ने संदेह होने पर खाद्य सामग्रियों का परीक्षण कराया. FSSAI की ये मोबाइल FOOD SAFETY लैब संभाग में जगह-जगह जा रहा रही है, जहां लोग सैंपलों की जांच कराकर प्रमाण पत्र प्राप्त कर रहे हैं. इसके साथ ही इस वैन के माध्यम से लोगों को मिलावट के खिलाफ जागरुक किया जा रहा है.

उज्जैन पहुंची FSSAI की मोबाइल FOOD SAFETY लैब

मात्र 10 रुपये है शुल्क

पुलिस ने पिछले दिनों खाद्य सामग्री में मिलावट करने वाले 9 आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से FSSAI की चलित प्रयोगशाला को सड़क पर उतारा गया है. इस वैन में सैंपलों की जांच के लिए मात्र 10 रुपये की शुल्क ली जा रही है.

मोबाइल लैब के जरिए जन-जागरण

वैन में सामग्रियों की जांच करने वाले केमिस्ट राहुल मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलित्र लेबोरेटरी शुरू की गई है. जिससे कहीं भी मिलावट होती है तो उसका परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से किया जाता है. वैन शेड्यूल के अनुसार सभी कालोनियों में भ्रमण कर पब्लिक को जागरूक भी कर रही है.

क्या है चलित्र प्रयोगशाला की खासियत

चलित्र प्रयोगशाला से मौके पर हो रही जांच के अनेक फायदे हैं. यहां जांच करवाने के बाद आमतौर पर 14 दिन में आने वाली रिपोर्ट यहां 15 मिनट में मिल जाती है, जिसमें समय की काफी बचत होती है. इस लैब में टेस्टिंग किट मिलकोसीस आदि उपकरण लगे हुए हैं.

सीएम के आदेश के बाद प्रशासन का सख्त रवैया

बता दें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश अनुसार सरकार प्रदेश भर में मिलावट खोर, गुंडे, माफियाओं द्वारा शासकीय भूमि पर आम जनता को डरा धमका कर अवैध रूप से भूमि पर कब्जा करने व अवैध रूप से व्यापार को बढ़ावा देने वालों के प्रति सख्त रवैया अपना रही है.

उज्जैन। मध्य प्रदेश के अलग-अलग जिलों में मिलावट मुक्ति अभियान का हिस्सा बन रही है FSSAI की FOOD SAFETY ON WHEELS लैब उज्जैन पहुंची, जहां लोगों ने संदेह होने पर खाद्य सामग्रियों का परीक्षण कराया. FSSAI की ये मोबाइल FOOD SAFETY लैब संभाग में जगह-जगह जा रहा रही है, जहां लोग सैंपलों की जांच कराकर प्रमाण पत्र प्राप्त कर रहे हैं. इसके साथ ही इस वैन के माध्यम से लोगों को मिलावट के खिलाफ जागरुक किया जा रहा है.

उज्जैन पहुंची FSSAI की मोबाइल FOOD SAFETY लैब

मात्र 10 रुपये है शुल्क

पुलिस ने पिछले दिनों खाद्य सामग्री में मिलावट करने वाले 9 आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज की थी, जिसके बाद लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से FSSAI की चलित प्रयोगशाला को सड़क पर उतारा गया है. इस वैन में सैंपलों की जांच के लिए मात्र 10 रुपये की शुल्क ली जा रही है.

मोबाइल लैब के जरिए जन-जागरण

वैन में सामग्रियों की जांच करने वाले केमिस्ट राहुल मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा चलित्र लेबोरेटरी शुरू की गई है. जिससे कहीं भी मिलावट होती है तो उसका परीक्षण प्रयोगशाला के माध्यम से किया जाता है. वैन शेड्यूल के अनुसार सभी कालोनियों में भ्रमण कर पब्लिक को जागरूक भी कर रही है.

क्या है चलित्र प्रयोगशाला की खासियत

चलित्र प्रयोगशाला से मौके पर हो रही जांच के अनेक फायदे हैं. यहां जांच करवाने के बाद आमतौर पर 14 दिन में आने वाली रिपोर्ट यहां 15 मिनट में मिल जाती है, जिसमें समय की काफी बचत होती है. इस लैब में टेस्टिंग किट मिलकोसीस आदि उपकरण लगे हुए हैं.

सीएम के आदेश के बाद प्रशासन का सख्त रवैया

बता दें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश अनुसार सरकार प्रदेश भर में मिलावट खोर, गुंडे, माफियाओं द्वारा शासकीय भूमि पर आम जनता को डरा धमका कर अवैध रूप से भूमि पर कब्जा करने व अवैध रूप से व्यापार को बढ़ावा देने वालों के प्रति सख्त रवैया अपना रही है.

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