उज्जैन। 12 ज्योतिर्लिंग में से एक महाकालेश्वर मंदिर के आसपास की 400 से अधिक होटलों के नाम अब हिन्दी में देखने को मिलेंगे. जिसमें छोटी बड़ी होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस सभी शामिल हैं. अभी ज्यादातर होटलों में नाम के बैनर इंग्लिश में लिख हुए हैं, इसके लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि इनको बदलकर अब हिन्दी में नाम लिखवाया जाए.
ऐसे होगा भाषा का विकास: 2 अप्रैल यानी गुड़ी पड़वा पर्व पर और उज्जैन गौरव दिवस पर सिंगर कैलाश खेर की प्रस्तुति में शामिल होने पहुंचे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रामघाट पर आम लोगों को मंच से कहा था कि मैं अभी शिप्रा नदी की और आ रहा था, इस दौरान कई नई-नई होटलों का निर्माण हो चुका है. शहर की अधिकतर होटलों के नाम इंग्लिश में लिखे है, इनको जल्द ही हिन्दी में लिखना होगा. सीएम ने कहा कि, हमारा एकेडमिक विकास तब ही होगा जब हमारी भाषा का विकास होगा. इसलिए हमें नया संक्ल्प लेना होगा, जिससे हमें स्थानीय भाषा को भी मजबूत करने में मदद मिलेगी.(CM Shivraj appeal to Ujjain hotel owners)
सीएम ने अधिकारियों से कही ये बात: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के आदेश के बाद अब जल्द ही उज्जैन शहर में आने वाले श्रद्धालुओं को शहर की होटलों के नाम अब हिन्दी में देखने को मिलेंगे. मंच से सीएम ने अधिकारियों से यह भी कहा था कि इंग्लिश में नाम लिखें, उससे हमें परेशानी नहीं लेकिन इंग्लिश के साथ-साथ हिन्दी में भी नाम लिखे होना चाहिए.
उज्जैन महाकाल मंदिर के आसपास 400 से अधिक होटले है: उज्जैन के महाकाल मंदिर में हजारों श्रद्धालु रोजाना दर्शन के लिए उज्जैन आते हैं, पर ज्यादातर श्रद्धालु भस्म आरती के दर्शन के लिए रात को अलग-अलग होटलों में रुकते हैं. महाकालेश्वर मंदिर के चारों ओर चल रहे विस्तारीकरण और मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए होटलों की बाढ़ सी गई है. यंहा देखते ही देखते एक के बाद एक 400 से अधिक होटलों का निर्माण हो चुका है. इनमें कई होटल तो थ्री स्टार कैटेगरी की है, जिनके नाम इंग्लिश में लिखे हैं. हालांकि इससे पहले भी कई बार साधु संतों ने इंग्लिश के नामों पर आपत्ति उठाई थी और कहा था कि हिंदी में नाम लिखे जाएं.
पूरे देश से आते हैं श्रद्धालु: महाकालेश्वर मंदिर में अलग-अलग राज्यों के श्रद्धालु बड़ी आस्था रखते हैं और बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने यहां पहुंचते हैं. इसमें सबसे ज्यादा तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, और हरियाणा जैसे कई राज्य शामिल हैं.