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ETV भारत से बोले मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, 'चलो-चलो में चली गई कमलनाथ सरकार'

कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामने के बाद गोविंद सिंह राजपूत अब शिवराज सरकार में मंत्री है. ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए गोविंद सिंह राजपूत ने कमलनाथ सरकार गिरने से लेकर कई अहम मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात कही. उन्होंने उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर अपनी जीत का दावा भी किया है.

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गोविंद सिंह राजपूत, परिवहन मंत्री
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Published : Jul 30, 2020, 5:45 PM IST

सागर। बुंदेलखंड अंचल की सुरखी विधानसभा सीट प्रदेश की उन 27 विधानसभा सीटों में शामिल है, जिस पर उपचुनाव होना है. यहां से परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बीजेपी के संभावित उम्मीदवार हैं. वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाते हैं, जिन्होंने कमलनाथ सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाई थी. ईटीवी भारत ने गोविंद सिंह राजपूत से खास बात करते हुए कमलनाथ सरकार गिरने की वजह बताई.

ईटीवी भारत से परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की खास बातचीत

गोविंद सिंह राजपूत ने कहा,'कमलनाथ सरकार में मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता किसी की सुनवाई नहीं होती थी. कोई भी जब उनसे मिलने जाता था. तो वे चलो-चलो करते थे. इसी चलो-चलो के चक्कर में कमलनाथ सरकार चली गई'. मंत्री राजपूत ने कहा कि, कमलनाथ सरकार में भी वो मंत्री थे. लेकिन 15 महीनों में कोई काम नहीं हुआ. जबकि बीजेपी में आने के दो महीनें बाद ही उन्होंने 200 करोड़ रुपए से ज्यादा के काम किए हैं.

उपचुनाव में नहीं है कोई चुनौती

विधानसभा उपचुनाव पर गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि, क्षेत्र में उन्हें कोई विशेष चुनौती नहीं है. बीजेपी आम जनता, किसान और युवाओं के लिए ही काम करती है. उन्हें खुशी है कि, अब वो बीजेपी में कार्यकर्ता और मंत्री हैं. मंत्री होने के नाते वे लगातार विधानसभा में जो विकास कार्य लंबित थे, उन्हें पूरा करने में ही जुटे हैं. सुरखी विधानसभा सीट उनका परिवार है, जहां की जनता उनके साथ है.

चुनाव जीतने के बाद नहीं किया गया सिंधिया का सम्मान

मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि, 2018 का विधानसभा चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरे पर कांग्रेस ने जीता था. लेकिन कांग्रेस ने उनका ही सम्मान नहीं किया, यही वजह रही कि हम बीजेपी में शामिल हुए. बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी है और यहां सभी की बात सुनी जाती है. सिंधिया जनसेवा का काम करते हैं.

कांग्रेस की कमी की वजह से छोड़ी पार्टी

कांग्रेस के गद्दार कहने वाले सवाल पर गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि, दल बदलना कोई एक दिन की स्थिति नहीं होती है, इसके कई कारण हैं. यूं ही कोई अपना घर नहीं छोड़ता. बीजेपी में आने की सबसे बड़ी वजह कांग्रेस पार्टी की कमी है. कांग्रेस सरकार में जनता की अपेक्षाएं पूरी नहीं हुईं. विधायकों, मंत्रियों के काम पूरे नहीं हुए. सिंधिया के साथ जो हुआ सबने देखा है. बहुत से कारण थे जिसकी वजह से उन्होंने पार्टी छोड़ी, लेकिन अब वे बीजेपी में गर्व महसूस कर रहे हैं और उन्हें विश्वास है कि, क्षेत्र में नए सिरे से विकास कार्य होंगे.

शिवराज और कमलनाथ में है बहुत अंतर

वही सीएम शिवराज और कमलनाथ पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा, दोनों नेताओं में बहुत अंतर है. शिवराज सिंह एक आम आदमी की तरह काम करते हैं. 15 साल से वे मुख्यमंत्री हैं और चौथी बार सीएम बने हैं. लोगों की समस्या समझते हैं और निराकरण का प्रयास भी करते हैं. वे कमलनाथ की तरह अपने विधायकों से चलो-चलो नहीं करते हैं. गोविंद सिंह ने कहा कि, विधायक मंत्री सरकार का अंग होता है, उनकी बात सुननी चाहिए और शिवराज सिंह चौहान सभी की बात सुनते हैं.

सागर। बुंदेलखंड अंचल की सुरखी विधानसभा सीट प्रदेश की उन 27 विधानसभा सीटों में शामिल है, जिस पर उपचुनाव होना है. यहां से परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत बीजेपी के संभावित उम्मीदवार हैं. वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के कट्टर समर्थक माने जाते हैं, जिन्होंने कमलनाथ सरकार गिराने में अहम भूमिका निभाई थी. ईटीवी भारत ने गोविंद सिंह राजपूत से खास बात करते हुए कमलनाथ सरकार गिरने की वजह बताई.

ईटीवी भारत से परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की खास बातचीत

गोविंद सिंह राजपूत ने कहा,'कमलनाथ सरकार में मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता किसी की सुनवाई नहीं होती थी. कोई भी जब उनसे मिलने जाता था. तो वे चलो-चलो करते थे. इसी चलो-चलो के चक्कर में कमलनाथ सरकार चली गई'. मंत्री राजपूत ने कहा कि, कमलनाथ सरकार में भी वो मंत्री थे. लेकिन 15 महीनों में कोई काम नहीं हुआ. जबकि बीजेपी में आने के दो महीनें बाद ही उन्होंने 200 करोड़ रुपए से ज्यादा के काम किए हैं.

उपचुनाव में नहीं है कोई चुनौती

विधानसभा उपचुनाव पर गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि, क्षेत्र में उन्हें कोई विशेष चुनौती नहीं है. बीजेपी आम जनता, किसान और युवाओं के लिए ही काम करती है. उन्हें खुशी है कि, अब वो बीजेपी में कार्यकर्ता और मंत्री हैं. मंत्री होने के नाते वे लगातार विधानसभा में जो विकास कार्य लंबित थे, उन्हें पूरा करने में ही जुटे हैं. सुरखी विधानसभा सीट उनका परिवार है, जहां की जनता उनके साथ है.

चुनाव जीतने के बाद नहीं किया गया सिंधिया का सम्मान

मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि, 2018 का विधानसभा चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया के चेहरे पर कांग्रेस ने जीता था. लेकिन कांग्रेस ने उनका ही सम्मान नहीं किया, यही वजह रही कि हम बीजेपी में शामिल हुए. बीजेपी देश की सबसे बड़ी पार्टी है और यहां सभी की बात सुनी जाती है. सिंधिया जनसेवा का काम करते हैं.

कांग्रेस की कमी की वजह से छोड़ी पार्टी

कांग्रेस के गद्दार कहने वाले सवाल पर गोविंद सिंह राजपूत ने कहा कि, दल बदलना कोई एक दिन की स्थिति नहीं होती है, इसके कई कारण हैं. यूं ही कोई अपना घर नहीं छोड़ता. बीजेपी में आने की सबसे बड़ी वजह कांग्रेस पार्टी की कमी है. कांग्रेस सरकार में जनता की अपेक्षाएं पूरी नहीं हुईं. विधायकों, मंत्रियों के काम पूरे नहीं हुए. सिंधिया के साथ जो हुआ सबने देखा है. बहुत से कारण थे जिसकी वजह से उन्होंने पार्टी छोड़ी, लेकिन अब वे बीजेपी में गर्व महसूस कर रहे हैं और उन्हें विश्वास है कि, क्षेत्र में नए सिरे से विकास कार्य होंगे.

शिवराज और कमलनाथ में है बहुत अंतर

वही सीएम शिवराज और कमलनाथ पर मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने कहा, दोनों नेताओं में बहुत अंतर है. शिवराज सिंह एक आम आदमी की तरह काम करते हैं. 15 साल से वे मुख्यमंत्री हैं और चौथी बार सीएम बने हैं. लोगों की समस्या समझते हैं और निराकरण का प्रयास भी करते हैं. वे कमलनाथ की तरह अपने विधायकों से चलो-चलो नहीं करते हैं. गोविंद सिंह ने कहा कि, विधायक मंत्री सरकार का अंग होता है, उनकी बात सुननी चाहिए और शिवराज सिंह चौहान सभी की बात सुनते हैं.

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