सागर। बंडा थाने में वेंलेटाइन-डे के दिन एक प्रेमी जोड़ा पहुंचा और शादी करना चाहता था. लेकिन बंडा पुलिस ने उन्हें समझाइश देकर थाने से रवाना कर दिया कि थाने में शादी नहीं कराई जाती है. प्रेमी जोड़ा थाने से तो चला गया, लेकिन अपने घर वापस नहीं पहुंचा. दूसरे दिन लड़की की मां और बहिन लड़की की खोजबीन करते हुए पुलिस थाना पहुंची. जब उन्हें पता चला कि लड़की और लड़का थाने आये थे. तो दोनों ने जमकर हंगामा किया और पुलिस द्वारा सूचना नहीं दिए जाने पर सवाल खड़े किए. वहीं अपनी सफाई में पुलिस का कहना है कि दोनों बालिग हैं और अपना फैसला खुद कर सकते हैं.
थाने से रफूचक्कर हुआ प्रेमी जोड़ा
14 फरवरी वैलेंटाइन-डे के दिन बंडा थाने में स्थानीय निवासी शिवानी सेन और अजय लोधी पहुंचे. दोनों बालिगों का कहना था कि लगभग 5 साल से दोनों एक दूसरे से प्यार करते हैं. इसलिए पुलिस थाने में उनकी शादी कराई जाए. लेकिन बंडा पुलिस ने उन दोनों को समझाइश दी और थाने से रवाना कर दिया कि इस तरह की शादी न्यायालय में पेश होकर की जाती हैं. पुलिस थाने में ऐसी शादियां नहीं होती हैं, पुलिस की समझाइश के बाद भी काफी देर तक प्रेमी जोड़ा थाने में ही मौजूद रहा और बाद में रफूचक्कर हो गया.
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दोनों नहीं पहुंचे घर तो लड़की के परिजन पहुंचे थाने
इधर पुलिस थाने में प्रेमी जोड़ा शादी कराए जाने की जिद पर अड़ा था और उधर उनके परिजन दोनों को ढूंढ रहे थे जब वैलेंटाइन डे के दिन प्रेमी जोड़ा अपने घर नहीं पहुंचा तो दूसरे दिन लड़की की मां और उसकी बहन थाने पहुंची तो उन्हें पता चला कि लड़का और लड़की दोनों थाने आए थे और बैठे रहे तो पुलिस द्वारा सूचना नहीं दिए जाने पर उन्होंने जमकर नाराजगी बताई और कहा कि जब दोनों करीब 2 घंटे तक थाने में रहे तो पुलिस परिजनों को सूचना दे सकती थी लड़की की बहन का कहना था कि मेरे पिताजी लकवा ग्रस्त हैं हम लोग दोनों को ढूंढते रहे लेकिन हमें कुछ पता नहीं चला
प्रेमी और प्रेमिका दोनों बालिग
बंडा थाना प्रभारी मानस द्विवेदी का कहना है कि 14 फरवरी को बंडा निवासी शिवानी सेन और अजय लोधी दोनों आए थे और शादी करना चाहते थे. मैंने उन लोगों को समझाया कि शादी पुलिस नहीं कराती, उनको न्यायालय के समक्ष पेश होकर शादी करनी होगी. लड़की की मां और बहन थाने आई हैं और उन्हें बताया गया कि दोनों बालिग हैं और अपने फैसले करने के लिए स्वतंत्र हैं. ऐसे में पुलिस से कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकती है.