सागर। एक तरफ शराबबंदी को लेकर प्रदेश में सियासत चल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ सागर विकासखंड के गांव टीला खेड़ी में इसपर प्रतिबंध लगा दिया गया है. ग्रामीणों ने पंचों की एक समिति का गठन कर यह फैसला लिया कि, गांव में ना तो शराब की बिक्री होगी और ना ही मांस की. जो यह काम करेगा उसपर जुर्माना भी लगाया जाएगा. इसके साथ ही समिति ने गांव में साफ सफाई रखने और स्वच्छता को बढ़ावा देने की भी पहल की है. (Liquor banned in Sagar Tila Khedi)
गांव में शराब और मांस पर प्रतिबंध: टीला खेड़ी में शराब पीने वालों की संख्या बढ़ने और नशे में लोगों के बीच बढ़ते विवादों को देखते हुए गांव वालों की सहमति से यह फैसला लिया गया है. वहीं दूसरी तरफ मांसाहार को लेकर भी गांव में कई बार विवाद की स्थिति बन जाती है. इन हालातों को देखते हुए ग्रामीणों ने एक ग्राम सुधार समिति का गठन किया, जिसमें ग्रामीणों ने मिलकर शराब पर प्रतिबंध लगा दिया हैं. बैठक में तय किया गया है कि गांव में कोई भी व्यक्ति ना तो शराब बेचेगा और ना ही शराब का सेवन करेगा. इसके अलावा गांव में मांस की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है. समिति ने गांव में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए साफ सफाई रखने का भी निर्णय लिया है. (Tila Khedi Consumption of meat alcohol restricted)
नियम तोड़ा तो भरना होगा जुर्माना: गांव की सुधार समिति ने फैसला लेते हुए कहा कि अगर यह नियम किसी ने भी तोड़ा, तो उससे जुर्माना भी वसूला जाएगा. मांस की बिक्री पर एक हजार जुर्माना लगेगा और जो भी व्यक्ति शराब के नशे में गांव में घूमता हुआ पाया जाएगा, उसको 500 रूपए जुर्माना देना होगा. ये जुर्माना गांव के हनुमान मंदिर में जमा किया जाएगा. इस पैसे को गांव की स्वच्छता के लिए खर्च किया जाएगा.