रीवा। नगरीय निकाय चुनाव की वोटिंग के लिए चंद दिन ही बचे हैं. ऐसे में रीवा नगर निगम से अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है. (Rewa urban body elections) यहां तीन पंचवर्षीय के निर्वाचित पार्षद का नाम वोटर लिस्ट से गायब हो गया. (Rewa ex councilor name missing from voter list) इतना ही नही कांग्रेस के पूर्व पार्षद राम प्रकाश तिवारी और इनके उसके परिवार का नाम भी वोटर लिस्ट से हटना बड़ी चूक मानी जा रही है. इसके लिए पूर्व पार्षद प्रशासनिक अधिकारियों सहित नगर निगम के चक्कर काट रहे हैं.
कांग्रेस पार्टी से रह चुके हैं पार्षद: वार्ड क्रमांक 29 से पूर्व पार्षद रह चुके है राम प्रकाश तिवारी यह पूरा मामला रीवा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 29 का है. यहां से राम प्रकाश तिवारी और इनकी पत्नी तीन पंचवर्षीय से कांग्रेस पार्टी की ओर से पार्षद रह चुके हैं. इस बार चुनाव की तैयारी पूरी करने के बाद जब उनके द्वारा वोटर लिस्ट खंगाली गई तो उसमें इनका और परिवार का नाम नहीं था. राम प्रकाश तिवारी का कहना है कि, उनका नाम और परिवार के अन्य सदस्यों का नाम वोटर लिस्ट से गायब कर वार्ड 29 के 20-25 लोगों का वार्ड 21 में जोड़ा गया है.
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लोकल चुनाव और विधानसभा, लोकसभा चुनावों में मतदाता सूची बनाने की अलग प्रक्रिया है. मामला संज्ञान में आया है. जांच कर उसमें क्या किया जा सकता है. इनके बारे में निर्वाचन आयोग से मार्गदर्शन लिया जाएगा. - मनोज पुष्प, रीवा कलेक्टर
पूर्व पार्षद का आरोप: राम प्रकाश तिवारी ने आरोप लगाया कि, सत्तापक्ष के दबाव में नगर निगम द्वारा इस तरह का खेल खेला जा रहा है. इस पूरे प्रकरण में एक बात तय है कि, यदि वोटर लिस्ट में सुधार की गुंजाइश ना हुई तो तीन बार के निर्वाचित पार्षद इस बार चुनाव से वंचित रह जाएंगे. पूर्व पार्षद रामप्रकाश तिवारी ने बताया कि इस बार के निकाय चुनाव में उनका वार्ड क्रमांक 29 सामान्य नहीं है. उन्होंने वार्ड 21 से चुनाव लड़ने की तैयारी की थी, लेकिन उनका नाम वोटर लिस्ट से हटवा दिया गया.