रीवा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर एक तरफ जहां पूरे मध्यप्रदेश में घमासान मचा हुआ है. तो दूसरी ओर रीवा जिले से एक अनोखी तस्वीर निकल कर सामने आई है. जिले की करहिया ग्राम पंचायत में गांव के लोगों ने सरपंच पद के लिए आदिवासी महिला व 20 वार्डों के सभी पंचों को आपसी सहमत से अपना नेता चुन लिया. यहां पूर्व सरपंच की पहल पर रेखा रावत को प्रधान बनाया. रीवा जिले की यह पहली एक ऐसी पंचायत है जहां सरपंच सहित 20 पंचों के खिलाफ अब कोई भी प्रत्याशी मैदान में नहीं है. ग्राम पंचायत करहिया क्रमांक 1 के पूर्व सरपंच की अनोखी पहल से गांव की चर्चा हर तरफ हो रही है.
कुल 15 लाख 72 हजार 497 मतदाता: रीवा जिले में कुल 9 जनपद पंचायत (Rewa Janpad Panchayat) है. जिसके अंतर्गत 820 ग्राम पंचायते हैं. जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 8 लाख 19 हजार 852 है. महिला मतदाताओं की संख्या 7 लाख 52 हजार 607 है. और 38 अन्य मतदाता शामिल है. कुल मिलाकर रीवा जिले में 15 लाख 72 हजार 497 मतदाताओं की संख्या है.
राजनीति से अलग हटकर कर लिया निर्णय: करहिया गांव के लोगों ने राजनीति से अलग हटकर गांव के विकास को प्राथमिकता दी है. मैट्रिक पास अनुसूचित जाति वर्ग की रेखा रावत को गांव के मतदाताओं ने अपना नेता चुना है. इसके साथ ही 20 पंच निर्विरोध चुन लिए गए है. दरअसल अनसूचित जाति वर्ग के करहिया नंबर 1 पंचायत में सिर्फ 8 मतदाता है. सभी 8 लोगों के बीच सामंजस्य बनाया गया. तब कहीं जाकर रेखा रावत पर सहमति बनी. जिसके बाद नामांकन के अंतिम दिन 1 फॉर्म डाला गया. इस इकलौते फार्म के कारण रेखा रावत निर्विरोध हुई. रेखा रावत ने गांव के अधूरे विकास कार्यों पूरा करने का लक्ष्य रखा है.
पंचायत को मिलेगी 25 लाख की प्रोत्साहन राशि: पंचायती राज अधिनियम के तहत प्रदेश की जिस पंचायत का सरपंच पद निर्विरोध होगा वहां की ग्राम पंचायत को प्रदेश सरकार द्वारा 15 लाख रुपए की इनाम राशि दी जाएगी. इसी तरह जहां पंच के सभी वार्ड निर्विरोध होंगे उनको 25 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि देकर पंचायत का विकास कार्य कराया जाएगा. रीवा जिले से करहिया पंचायत पहली निर्विरोध पंचायत है. जिले की यह पंचायत मॉडल के रूप में प्रस्तुत होगी. जिसमें पूर्व सरपंच का भी सराहनीय प्रयास रहा है. इसलिए इस पंचायत को 25 लाख की प्रोत्साहन राशि मिलेगी.
सरपंच की टीम में 12 महिलाएं और 8 पुरुष पंच: नवनिर्वाचित सरपंच रेखा रावत (Sarpanch Rekha Rawat) 12 वीं पास है. 20 पंच की टीम में 12 महिलाएं और 8 पुरुष शामिल हैं. ज्यादातर महिलाऐं कम पढ़ी लिखी हैं. लेकिन यह सभी एक साथ मिलकर रेखा के उद्देश्य को पूरा करने के लिए कमर कस चुकी हैं. और आगे अब इस टीम के चलते कारहिया ग्राम पंचायत क्रमांक 1 को आदर्श ग्राम पंचायत बनाया जाएगा.
रेखा रावत ने पूर्व सरपंच को दिया श्रेय: निर्विरोध चुनी गई सरपंच रेखा रावत ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा की मिलने वाली 25 लाख रुपये की प्रोत्शाहन राशि से वह गांव का विकास कार्य कराएगी. उनकी प्राथमिकता है की गांव को आदर्श ग्राम बनाने के लिए वह गांव में एक गौशाला का निर्माण कार्य करायेगी. जिससे की गांव में घूमने वाली गायों को आश्रय मिल सके. साथ ही अधूरी बनी पड़ी नालियों व सड़कों की मरम्मत के साथ गांव में सड़क का निर्माण कार्य कारायेगीं. रेखा ने निर्विरोध सरपंच चुने जाने का श्रेय अपने पंचायत के पूर्व सरपंच को दिया है.
रेखा रावत पूरा करेंगी पूर्व सरपंच का अधूरा सपना: पूर्व सरपंच राजेश कुशवाहा ने कहा कि ग्राम पंचायत करहिया क्रमांक 1 में वह पिछले 18 वर्षों से सरपंच थे. उन्होंने गांव में कई सड़कें बनवाईं. उनके कार्यकाल में ही गांव के माध्यमिक स्कूल को हायर सेकेंडरी का दर्जा मिला. इसके अलावा गांव में विद्युत सब स्टेशन न होने के कारण पूर्व में लाइट की गांव में एक बड़ी समस्या थी. पूर्व सरपंच ने जब इस मुद्दे को उठाया तो उनके ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ. बाद में पूर्व मंत्री के सुझाव से पूर्व सरपंच ने ग्राम पंचायत की 60 डिसमिल जमीन विद्युत सब स्टेशन के लिए दे दी. जिसके बाद गांव में बिजली की समस्या दूर हो गई. उनका सपना था की करहिया ग्राम पंचायत को मॉडल पंचायत बनाए लेकिन उनका यह सपना अधूरा रह जिसे अब रेखा रावत पूरा करेंगी.
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गांव वालों का हर तरह से रखेंगे ख्याल: कारहिया ग्राम पंचायत के निर्विरोध चुने गए पंच बाबा बिहारी का कहना है कि जब गांव के लोगों का चूल्हा जलेगा तभी उनके घर का चूल्हा जलेगा. उन्होंने गांव के विकास कार्यों को ही अपनी पहली प्राथमिकता दी है. उनका कहना है कि गांव की नाली और सड़कें दुरुस्त हो. पंचायत में एक स्वास्थ केंद्र हो, जिससे लोगों को बेहतर स्वास्थ सेवाएं मिल सके.
(MP Panchayat election 2022) (Panch Sarpanch elected unopposed in karhaiya Rewa)