रीवा। द्वितीय चरण का नगरीय निकाय और नगर परिषद का चुनाव संपन्न होने के बाद आज रीवा में मतगणना की तैयारी आरंभ हो चुकी है. चुनाव प्रक्रिया समाप्त होने के बाद बाजार में अटकलों का दौर जारी था. लोग कयास लगा रहे थे की आखिर शहर सरकार की कुर्सी में किस पार्टी का प्रत्याशी विराजमान होगा. रीवा में 12 नगर परिषदों के अलावा नगर पालिका परिषदों का चुनाव इस बार बेहद ही दिलचस्प था. यहां मेयर पद के लिए कांग्रेस पार्टी की तरफ से अजय मिश्रा बाबा, भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रबोध व्यास तो वहीं आम आदमी पार्टी की तरफ से दीपक सिंह को मेयर पद के लिए चुनावी मैदान पर उतारा गया था. (MP Mayor Election 2022)
आज होगा प्रत्याशियों की भाग्य का फैसला: मध्य प्रदेश में कराए गए नगरीय निकाय चुनाव के दूसरे चरण के नतीजे आज घोषित होने जा रहे हैं. मतगणना सुबह 9:00 बजे से शुरू होगी. रीवा में 45 वार्ड और मेयर पद के लिए चुनाव कराए गए थे. इसके अलावा जिले में 12 नगर परिषदों के प्रत्येक वार्ड में 15-15 पार्षद पद का चुनाव भी करवाया गया था. इसमें प्रथम चरण की मतदान प्रक्रिया 3 नगर परिषद हनुमना, नईगढ़ी, और मऊगंज नगर परिषदों में कराई जा चुकी है. इसके परिणाम की घोषणा भी की जा चुकी है, जबकि 9 नगर परिषदों के मतदान 13 जुलाई को नगर निगम चुनाव के साथ कराए गए थे. इन 9 नगर परिषदों के साथ नगर के सभी 45 वार्ड और मेयर पद का चुनाव का परिणाम आज घोषित होने जा रहा है. (Rewa Urban Body Election 2022 Result)
रीवा में 62.07% हुआ था मतदान: रीवा नगर निगम के 1,71,229 मतदाताओं को अपने मताधिकार का उपयोग करना था, जिनमें 88,950 पुरूष, 82,267 महिला और 12 अन्य मतदाता शामिल थे. नगर निगम चुनाव का कुल मतदान प्रतिशत 76 था, और रीवा नगर निगम के चुनाव में कुल 62.07 प्रतिशत ही मतदान हुआ था. इसमें 1 लाख 6 हजार 174 मतदताओं ने अपने मत का उपयोग कर शहर की सरकार बनने में अपना योगदान दिया था.
मेयर के भाग्य का खुलेगा ताला: नगर निगम सहित शेष बचे 9 नगर परिषदों के चुनाव की मतगणना प्रक्रिया आज पॉलिटेक्निक कॉलेज में प्रारंभ की जाएगी. EVM में कैद सभी 217 पार्षद प्रत्याशियों और 13 मेयर प्रत्याशियों के अलावा 9 नगर परिषदों के पार्षद प्रत्याशियों के भाग्य का ताला आज खुलने वाला है. वोटों की गिनती के बाद 45 वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों के साथ एक मेयर पद की घोषणा की जाएगी. पार्षद प्रत्याशियों की अगर बात की जाए तो कांग्रेस और भाजपा की ओर से रीवा नगर निगम के सभी 45 वार्डों में अपने अपने पार्षद पद के उम्मीदवारों को चुनावी मैदान पर उतारा गया था. जबकि कुछ वार्डों से बसपा, आम आदमी पार्टी, शिव सेना सहित निर्दलीय प्रत्याशी भी भाग्य आजमाने चुनावी मैदान पर उतरे थे. (Rewa Mayor Election 2022)
आप ने मारी एंट्री: अगर बात की जाए रीवा में मेयर प्रत्याशियों की तो इस बार नगरीय निकाय चुनाव में महापौर पद के लिए यहां कांग्रेस से अजय मिश्रा बाबा और भाजपा मेयर प्रत्याशी प्रबोध व्यास के बीच ही कांटे की टक्कर देखी जा रही थी. लेकिन चुनाव में नामांकन दाखिल करने के कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस का दामन छोड़ कर आम आदमी पार्टी में शामिल होकर पैराशूट लैंडिग से चुनावी मैदान पर उतरे युवा नेता दीपक सिंह ने पूरा का पूरा चुनावी दांव पेच ही पलट कर रख दिया. इसके बाद यह चुनावी मुकाबला पूरी तरह त्रिकोणी हो गया. अब देखना यह होगा की जीत का ताज किस प्रत्याशी के सिर पर होगा और कौन से प्रत्याशी हार कर वापस अपने घर लौटेंगे.
मेयर प्रत्याशी के लिए झोंकी सभी नेताओं ने ताकत: रीवा में इस बार नगर निगम का चुनाव बेहद ही दिलचस्प था. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक रखी थी. कांग्रेस मेयर प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए पार्टी के दिग्गज नेता पूर्व सीएम कमलनाथ ने कमान संभाली और प्रत्याशी अजय मिश्रा बाबा के पक्ष में प्रचार करने रीवा पहुंचे. वहीं दूसरी तरफ भाजपा ने भी कांग्रेस की हवा बिगाड़ने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी और चार दिनों के अंदर रीवा में सीएम शिवराज के दो कार्यक्रम आयोजित हुए. पहले दिन रीवा में सीएम शिवराज ने चुनावी सभा की और बाद में रोड शो कर बीजेपी के मेयर प्रत्याशी प्रबोध व्यास के पक्ष में जनता से वोट मांगने की अपील की.
भाजपा का गढ़ बन चुका है रीवा: इस बार नगर निगम के चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के मेयर प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली, लेकिन दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशियों का बना बनाया चुनावी खेल बिगाड़ने आप प्रत्याशी इंजीनियर दीपक सिंह ने दोनों के बीच इंट्री मार दी. वैसे तो रीवा भाजपा का गढ़ माना जाता है. यहां पिछले 20 वर्षों से लगातार भाजपा के ही मेयर प्रत्याशी चुने गए. इसके अलावा बात की जाए अगर पिछले विधानसभा चुनावों की तो यहां अभी आठों विधानसभा में भाजपा प्रत्याशियों ने बाजी मारकर सब को आश्चर्य में डाल दिया था. कांग्रेस को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा था. वहीं लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के जनार्दन मिश्रा भारी मतों से विजयी होकर रीवा के सांसद चुने गए.
कांग्रेस का दामन छोड़ AAP में शामिल दीपक सिंह: नगर निगम के चुनाव में इस बार पैराशूट लैंडिंग करते हुए युवा नेता इंजीनियर दीपक सिंह चुनावी मैदान पर बड़े ही जोश के साथ उतरे थे. दीपक सिंह कांग्रेस कमेटी के एक सक्रिय नेता थे और चुनाव में कांग्रेस से मेयर पद की दावेदारी कर रहे थे, लेकिन कांग्रेस पार्टी की ओर से उन्हें टिकट नहीं मिली. इससे वह नाराज हो कर नामांकन प्रक्रिया के चंद दिनों पहले ही कांग्रेस का हाथ छोड़कर आप पार्टी में शामिल हो गए. बाद उन्हें आप का सहारा मिला और पार्टी की ओर से उन्हें मेयर प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान पर उतार दिया गया. चुनावी मैदान पर उतरने के बाद आप पार्टी के प्रत्याशी दीपक सिंह ने भाजपा और कांग्रेस के मेयर प्रत्याशियों का पूरा चुनावी दांव पेच ही बदल कर रख दिया.