रीवा। कलेक्टर के निर्देश के बाद प्रशासन ने जेपी के थर्मल पावर प्लांट को सीज कर दिया है. (jp group thermal power plant rewa) जिला प्रशासन ने प्लांट पर नोटिस भी चस्पा किया है. बताया गया कि जेपी कंपनी के थर्मल प्लांट में उपयोग की गई विद्युत के बिल की राशि जमा नहीं की जा रही थी. तकरीबन 254 करोड़ बिजली बिल की राशि बकाया थी. कई नोटिस के बावजूद कंपनी द्वारा बकाया राशि को जमा नहीं कराया गया था. जिसके बाद कुर्की की कार्रवाई की गई है.
बिजली का बिल जमा कराने के लिए कई बार कंपनी के अधिकारियों से बात भी की थी. जेपी ग्रुप से कोई जवाब नहीं आने की वजह से 254 करोड़ रुपए की रिकवरी के लिए जिला प्रशासन के सहयोग से थर्मल पावर प्लांट को सीज कराया गया है. मूल सहित ब्याज राशि मिलाकर जेपी ग्रुप ऑफ कंपनी से अब 254 करोड़ की रिकवरी की जाएगी. - मनोज पुष्प, कलेक्टर,रीवा
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प्रशासन के नोटिस को कर रहे थे नजर अंदाज: कंपनी के थर्मल पावर प्लांट का 2006 से 2011 तक विद्युत उपयोग करने के बाद विद्युत बिल के राशि को नहीं जमा कराया गया. विद्युत सुरक्षा कार्यालय द्वारा वसूली का प्रकरण दर्ज किया गया. वसूली रोकने की मांग लेकर जेपी प्रबंधन ने हाईकोर्ट में भी याचिका दायर की थी, सुनवाई में शासन ने पक्ष प्रस्तुत किया और कोर्ट ने याचिका को निरस्त कर दिया था. बिल जमा कराने के लिए जिला प्रशासन कई बार कंपनी को नोटिस भी भेजा. कंपनी के कर्मचारियों द्वारा प्रशासन के नोटिस को नजरअंदाज किया जाता रहा. गुरूवार को दिन जिला प्रशासन की टीम ने कंपनी के थर्मल पावर प्लांट को सीज करते हुए नोटिस चस्पा कर दिया है.