रीवा। कलेक्ट्रेट कार्यालय में सोमवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई जब सेना के एक जवान ने खुद पर पेट्रोल दालकर आत्मदाह की कोशिश की. जवान का आरोप है कि वह जमीन विवाद को लेकर यहां पहुंचा था, लेकिन डीएसपी ने उसके साथ अभद्रता की. सालों से उसे उपनी जमीन पर कब्जा नहीं मिल पा रहा है. उसके पास देने को पैसे नहीं है इस लिए उसका विवाद खिंचता चला आ रहा है.
जवान की हरकत की जानकारी लगने के बाद वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने उसे समझाया. मामले की जांच और कार्रवाई के आश्वासन के बाद जवान शांत हुआ. वहीं एडिशनल एसपी एसपी ने ज्वाइंट टीम बनाकर मामले के जांच के आदेश दिए हैं.
क्या है मामला
सेना में तैनात केदारनाथ पटेल ने वर्ष 2011 में एक जमीन खरीदी थी, जिस के सीमांकन को लेकर वह लगातार भटक रहे थे. बाद में जमीन मालिक के द्वारा उसी जमीन को दूसरे व्यक्ति के को बेच दिया गया. इसकी शिकायत थाने में की गई, लेकिन किसी भी प्रकार की सुनवाई नहीं हुई. तब पीड़ित जवान शिकायत लेकर एसपी पहुंचे, जहां डीएसपी बीपी सिंह के द्वारा उनके साथ अभद्रता पूर्वक व्यवहार किया गया तथा गाली गलौज कर भगा दिया गया.
थक हार कर परेशान जवान ने अंत में कलेक्ट्रेट का दरवाजा खटखटाया और वहां पर पहुंचकर कलेक्टर से मिलने की गुहार लगाने लगा. मगर जब कलेक्टर नहीं मिले तो उन्होंने कार्यालय के सामने खड़े होकर खुद के ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह करने की कोशिश की.
रीवा जिले के यह पुलिस डीएसपी बीपी सिंह का कोई ऐसा पहला मामला नहीं है. इनके ऊपर पहले भी कई बार आरोप लग चुके है और सोमवार को एक बार फिर फरियादी सेना के जवान ने उन पर गाली गलौच और जाती सूचक शब्दों का स्तेमाल करने का आरोप लगाया है.