रतलाम। केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत रेलवे मजदूर संघ और कर्मचारी परिषद के सम्मेलन में शामिल होने के लिए रतलाम पहुंचे थे. यहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान रामकृष्ण कुसमरिया के कांग्रेस में जाने और कुसुम महदेले के बगावती तेवर के सवाल पर जवाब दिया. केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने कहा कि अपनी इच्छा व्यक्त करना सबका अधिकार है, लेकिन इच्छा पूरी नहीं होने पर पार्टी से विश्वासघात नहीं करना चाहिए.
कल शुक्रवार को मध्यप्रदेश दौरे पर आए राहुल गांधी की सभा में पूर्व बीजेपी मंत्री रामकृष्ण कुसमरिया कांग्रेस में शामिल हो गए. केंद्रीय मंत्री गहलोत ने कुसमरिया के कांग्रेस में शामिल होने पर कहा कि जिसे जहां जाना चाहिए था, वो वहां चला गया. लेकिन यह पार्टी और देश के साथ विश्वासघात करने जैसा है. उनका कहना था कि पार्टी ने उन्हें विधायक, सांसद और मंत्री बनाकर सम्मान दिया. यह विनाशकाले विपरीत बुद्धि का परिचायक है, उन्होंने जैसा किया है, उन्हें उसका परिणाम भुगतना पड़ेगा.
वहीं कुसुम महदेले के बगावती तेवर पर केंद्रीय मंत्री गहलोत ने नसीहत देते हुए कहा कि उन्हें भी पार्टी ने सम्मान और पद दिया है. इच्छा पूरी नहीं होने पर पार्टी के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए. मप्र में कमलनाथ सरकार की ऋण माफी योजना पर भी केंद्रीय मंत्री ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि वचन पत्र के अनुसार 10 दिन में ऋण माफी नहीं हुई है. प्रदेश सरकार लोकसभा चुनाव की आचार संहिता का इंतजार कर रही है, ताकि वचन पूरा ही नहीं करना पड़े.
केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने खुद के लोकसभा चुनाव लड़ने की बात पर कहा कि वे कहीं से भी चुनाव नहीं लड़ेंगे. रेलवे मजदूर संघ और कर्मचारी यूनियनों की मांगों पर केंद्रीय मंत्री ने रेल मंत्री से चर्चा करने की बात कही है.