ETV Bharat / city

MPPSC में परीक्षा में उम्र पर गरमायी सियासत, सरकार के फैसले पर अपनों ने उठाया सवाल

मध्यप्रदेश सरकार द्वारा MPPSC को लेकर किए गए फैसले पर कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने असहमति जतायी है. कांग्रेस नेता का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला बाध्य नहीं करता है कि दूसरे प्रदेश के परीक्षार्थियों की उम्र 28 से बढ़ाकर 35 साल की जाए. कैबिनेट के इस फैसले में बदलाव होना चाहिए.

author img

By

Published : Jun 18, 2019, 11:43 PM IST

पारस सकलेचा, कांग्रेस नेता

रतलाम। मध्यप्रदेश सरकार के हाल ही में एमपीपीएससी को लेकर किए गए फैसले पर कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने असहमति जतायी है. पारस सकलेचा ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला बाध्य नहीं करता है कि दूसरे प्रदेश के परीक्षार्थियों की उम्र 28 से बढ़ाकर 35 साल की जाए. कैबिनेट के इस फैसले में बदलाव होना चाहिए.

पारस सकलेचा, कांग्रेस नेता

ये है मामला

⦁ कमलनाथ कैबिनेट ने एमपी पीएससी में दूसरे प्रदेशों के परीक्षार्थियों के लिए उम्र सीमा 28 से बढ़ाकर 35 साल और प्रदेश के परीक्षार्थियों की उम्र सीमा 40 से घटाकर 35 साल तय करने के निर्णय लिया है.
⦁ फैसले पर कई कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने नाराजगी जतायी.
⦁ पारस सकलेचा ने कहा कि प्रदेश सरकार से बात कर फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करेंगे.
⦁ कांग्रेस नेता पारस सकलेचा का कहना है कि कैबिनेट के फैसले में बदलाव होना चाहिए.
⦁ कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने कहा कि दूसरे प्रदेशों के परीक्षार्थियों की उम्र सीमा 28 से बढ़ाकर 35 वर्ष करने से मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए संभावना कम होगी, जिससे छात्रों में नाराजगी होगी.

रतलाम। मध्यप्रदेश सरकार के हाल ही में एमपीपीएससी को लेकर किए गए फैसले पर कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने असहमति जतायी है. पारस सकलेचा ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला बाध्य नहीं करता है कि दूसरे प्रदेश के परीक्षार्थियों की उम्र 28 से बढ़ाकर 35 साल की जाए. कैबिनेट के इस फैसले में बदलाव होना चाहिए.

पारस सकलेचा, कांग्रेस नेता

ये है मामला

⦁ कमलनाथ कैबिनेट ने एमपी पीएससी में दूसरे प्रदेशों के परीक्षार्थियों के लिए उम्र सीमा 28 से बढ़ाकर 35 साल और प्रदेश के परीक्षार्थियों की उम्र सीमा 40 से घटाकर 35 साल तय करने के निर्णय लिया है.
⦁ फैसले पर कई कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने नाराजगी जतायी.
⦁ पारस सकलेचा ने कहा कि प्रदेश सरकार से बात कर फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करेंगे.
⦁ कांग्रेस नेता पारस सकलेचा का कहना है कि कैबिनेट के फैसले में बदलाव होना चाहिए.
⦁ कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने कहा कि दूसरे प्रदेशों के परीक्षार्थियों की उम्र सीमा 28 से बढ़ाकर 35 वर्ष करने से मध्यप्रदेश के युवाओं के लिए संभावना कम होगी, जिससे छात्रों में नाराजगी होगी.

Intro:कांग्रेस नेता और व्यापम मामले के व्हिसल ब्लोअर पारस सकलेचा ने मध्य प्रदेश सरकार के हाल ही में एमपीपीएससी को लेकर किए गए फैसले पर असहमति जतायी है ।एमपी पीएससी में दूसरे प्रदेशों के परीक्षार्थियों के लिए उम्र सीमा 28 से बढ़ाकर 35 साल करने और प्रदेश के परीक्षार्थियों की उम्र सीमा 40 से घटाकर 35 साल तय करने के निर्णय पर पारस सकलेचा ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला बाध्य नहीं करता है की दूसरे प्रदेश के परीक्षार्थियों की उम्र 28 से बढ़ाकर 35 साल की जाए। कैबिनेट के इस फैसले में बदलाव होना चाहिए सकलेचा ने कहा कि वह इस संबंध में प्रदेश सरकार से बात करेंगे और फैसले पर पुनर्विचार करने का आग्रह करेंगे।


Body:दरअसल कमलनाथ कैबिनेट ने हाल ही में एमपीपीएससी में दूसरे प्रदेश के परीक्षार्थियों की उम्र की सीमा 28 से बढ़ाकर 35 साल करने और प्रदेश के परीक्षार्थियों की उम्र सीमा 40 से घटाकर 35 साल करने का निर्णय लिया था ।जिस पर कांग्रेस के ही कई नेताओं ने दबी जुबान से नाराजगी दर्ज करवाई थी जिसमें नया नाम रतलाम के कांग्रेस नेता पारस सकलेचा का भी जुड़ गया है। जिन्होंने मध्य प्रदेश सरकार से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने की बात कही है।


Conclusion:गौरतलब है कि बेरोजगारी से जूझ रहे मध्यप्रदेश में उम्र घटाने के सरकार के फैसले से मध्य प्रदेश पीएससी की तैयारी कर रहा है छात्रों में खासी नाराजगी है कांग्रेस नेता पारस सकलेचा ने कहा कि दूसरे प्रदेशों के परीक्षार्थियों की उम्र सीमा 28 से बढ़ाकर 35 वर्ष करने से मध्य प्रदेश के युवाओं के लिए संभावना कम होगी जिससे छात्रों में नाराजगी होगी सकलेचा ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार से बातचीत का विकल्प मौजूद है वे मुख्यमंत्री के समक्ष छात्रों की बात रखेंग


बाइट -01-पारस सकलेचा (कांग्रेस नेता)
बाइट -02-पारस सकलेचा (कांग्रेस नेता)
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.