रतलाम। लॉकडाउन के तीसरे चरण में कुछ रियायतें भी दी जा रही हैं. कृषि उपज मंडियों में किसानों की उपज खरीदने के लिये सौदा पत्रक की व्यवस्था शुरू की गई है. जिसमें व्यापारी किसान के घर जाकर उपज का सौदा तय कर रहे हैं. सौदा तय होने के बाद किसान अपनी उपज सौदा पत्र के माध्यम से कृषि मंडी में लाकर व्यापारी को बेचते हैं.
रतलाम में खासकर लहसुन और प्याज की उपज की खरीदी इन दिनों जारी है. जिसमें व्यापारी और किसान दोनों ही इस व्यवस्था से संतुष्ट नजर आए. हालांकि लॉकडाउन के बाद किसानों की फसलों के भाव भी पूर्व की अपेक्षा से कम मिल रहे हैं. जिससे किसान अपनी उपज बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे. किसानों का कहना है कि प्याज और लहसुन की खपत नहीं होने से इस बार रेट अच्छा नहीं मिल रहा. जिससे नुकसान हो रहा है. सौदा पत्रक की सुविधा अच्छी है, लेकिन भाव भी अच्छा मिले तो कुछ फायदा होगा.
व्यापारियों का कहना है कि, सौदा पत्र की सुविधा अच्छी है. हम किसानों से फोन पर बात करके उनके घर से ही उनका माल खरीद रहे हैं और उन्हें नगद भुगतान करते हैं. हालांकि व्यापारियों का भी यही कहना है कि इस बार भाव अच्छा नहीं है, जिससे किसान अपनी फसल बेचने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं, व्यापारी भी इसे ऊंचे दामों पर खरीदने में सक्षम नहीं है. क्योंकि लहसुन, प्याज दूसरे प्रदेशों में इस वक्त भेजी नहीं जा रही है. जबकि लॉकडाउन के चलते डिमांड में भी कमी आई है, यही वजह है कि लहसुन और प्याज के दाम गिर रहे हैं. बहरहाल कृषि मंडियों में धीरे- धीरे सौदा पत्रक के माध्यम से व्यवसाय हो रहा है. वहीं अपनी उपज की अपेक्षा से कम दाम मिलने पर केवल जरूरतमंद किसान ही अपनी फसल बेचने के लिए मंडियों में पहुंच रहे हैं.