जबलपुर। इन दिनों एक चर्चा बड़ी आम है कि क्या कोरोना वायरस हवा के जरिए फैल रहा है, क्योंकि बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनका मानना यह है कि वह कहीं निकले ही नहीं फिर उनके शरीर में कोरोना वायरस का संक्रमण कहां से आ गया. जब हमने जबलपुर के डॉक्टर अमित खरे से इस मामले में बात की उनका कहना है कि सीधे तौर पर तो हवा में कोरोना वायरस नहीं है लेकिन कोरोना संक्रमण से ग्रसित लोग जिस वातावरण में सांस भी ले रहे हैं, वह उस वातावरण में कोरोना वायरस को छोड़ रहे हैं. ऐसे हालात में यदि आप इस संक्रमित हवा के संपर्क में आ जाते हैं तो यह आपके शरीर तक पहुंच सकता है.
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बंद कमरों में ज्यादा खतरा
डॉक्टर का कहना है कि जिन लोगों के घरों में कोई भी कोरोना वायरस का संक्रमित मरीज है. वह दिन भर दो मास्क लगाकर रहें और यदि संभव हो तो पतला सा मास्क लगाकर सोए, क्योंकि जिस वातावरण में संक्रमित मरीज रह रहा है. उसके आसपास की पूरी हवा में वायरस के होने की संभावना बनी रहती है. खुले वातावरण में भी मोटरसाइकिल से चलने वाले लोग या पैदल चलने वाले लोग यदि संक्रमित हैं तो वे भी इसे हवा में छोड़ रहे हैं और यदि आप सही तरीके से मास्क लगाकर नहीं रखे हुए हैं तो यह आपके शरीर तक पहुंच सकता है.
खुले वातावरण में भी खतरा
इसीलिए इस संक्रमित हवा से बचने के लिए यदि बहुत जरूरी नहीं है, तो घरों से ना निकले और यदि निकल भी रहे हैं तो कम से कम 2 गज की दूरी रखें क्योंकि तीन चार फीट तक कोरोना वायरस संक्रमित मरीज वायरस का फैलाव कर सकता है. डॉक्टर्स का दावा है कि गर्मी से भी इस पर कोई असर नहीं पड़ता क्योंकि पिछले साल भी गर्मी में वायरस ने कहर बरपाया था और इस बार भी जैसे जैसे गर्मी पड़ रही है वायरस और मजबूत होता जा रहा है. फिलहाल जिस तरीके से लोग कोरोनावायरस के संक्रमण का शिकार लोग हो रहे हैं उससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह वायरस बहुत ही ज्यादा सक्रिय है और बड़ी तेजी से हवा के जरिए एक दूसरे तक पहुंच रहा है.