श्योपुर/जबलपुर। रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव युद्ध में परिवर्तित होता जा रहा है. रूस द्वारा यूक्रेन में किए गए मिसाइल और बम हमलों के बाद यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों के परिजनों की चिताएं बढ़ गई हैं. मध्यप्रदेश के जबलपुर और श्योपुर के छात्र भी यूक्रेन में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. इन छात्रों के परिजन खासे परेशान हैं, और सरकार से बच्चों को सुरक्षित वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं.
यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है श्योपुर का युवक
श्योपुर पीजी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य एसडी राठौर का बेटा गोविंद राठौर दो साल से यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. यह उसकी पढ़ाई का आखिरी साल है. वह पढ़ाई पूरी कर पाता इससे पहले ही रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया. जिसके बाद उसके परिजन पुत्र की सलामती को लेकर चिंतित हैं और वह भगवान से गुहार लगा रहे हैं कि, उनका बेटा जल्द सुरक्षित देश लौट आए.
जबलपुर में परिजनों ने लगाई मदद की गुहार
जबलपुर के त्रिमूर्ति नगर, विजय नगर और शांति नगर की 3 छात्राएं रिया पाठक, ईशिता ठाकुर और सुवि गुप्ता यूक्रेन में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही हैं. ये सभी भी यूक्रेन में फंसी हुई हैं और स्वदेश आने के लिए बेताब हैं. छात्राओं के परिजनों ने सांसद राकेश सिंह और भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है. छात्राओं के परिजन लगातार उनसे संपर्क कर रहे हैं. केंद्र सरकार ने भी तीनों छात्राओं को आश्वस्त किया है कि वह उन्हें सही सलामत यूक्रेन से भारत लेकर आयेगी.
सांसद ने मदद का दिया आश्वासन
यूक्रेन में फंसी छात्राओं के लिए जबलपुर सांसद राकेश सिंह ने विदेश राज्य मंत्री मुरलीधरन सिंह से इस संबंध में बातचीत की है. उन्होंने बताया कि तीनों छात्राएं सही सलामत हैं और उन्हें यूक्रेन से भारत लाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इतना ही नहीं सांसद ने कहा कि तीनों छात्राओं से वह फोन के माध्यम से संपर्क में बने हुए हैं.
(MP students stuck in Ukraine)(Russia attack Ukraine)(Russia Ukraine War)(Russia Ukraine News)