जबलपुर। मेक इन इंडिया मिशन के तहत जबलपुर की गन कैरिज फैक्ट्री में बनी शक्तिशाली सारंग तोप की पहली खेप भारतीय सेना के लिए तैयार हो गई है. सेना की मांग पर जल्द ही 9 सारंग तोपों की पहली खेप, गन कैरिज फैक्ट्री में एक कार्यक्रम के आयोजन के साथ सेना को सौंप दी जाएगी. बताया जा रहा है कि इस माह के अंत तक जीसीएफ में एक कार्यक्रम का आयोजन कर सारंग और धनुष को सेना के सुपुर्द कर दी जाएगी.
गन कैरिज फैक्ट्री (जीसीएफ) व व्हीकल फैक्ट्री (वीएफजे) 130 एमएम की पुरानी 'सारंग तोप' को अपग्रेड कर 155 एमएम की बनाने में लगे हुए थे. दोनों निर्माणियों ने 14 तोपों का लांग प्रूफ रेंज (एलपीआर) परीक्षण भी करा किया गया था. परीक्षण के बाद अब 9 सारंग तोपों को सेना को सौंपा जाएगा.
बता दें कि 38 से 40 किलोमीटर की दूरी तक गोला दागने वाली सारंग तोप को व्हीकल फैक्ट्री जबलपुर और गन कैरिज फैक्ट्री में तैयार किया गया है. 155 एमएम 45 कैलिबर वाली शारंग तोप सरहद पर दुश्मन के छक्के छुड़ाने का माद्दा रखती है. दूर तक सटीक निशाने के अलावा सारंग की खासियत ये है कि इसे आसानी से दुर्गम इलाकों तक पहुंचाया जा सकता है, जिसके अलावा सारंग नाईट विजन सेंसर और अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली से लैस है.