जबलपुर। मध्यप्रदेश सरकार प्रदेश में शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए एक और कदम उठाने जा रही है. मामला आपको थोड़ा अटपटा जरूर लग सकता है, लेकिन सरकार ने ऐसा करने का फैसला कर लिया है और अप्रैल 2022 से इसे लागू भी किया जा सकता है. हालांकि जिस तरह बीजेपी की एक बड़ी और फायर ब्रांड महिला प्रदेश में शराब बंदी को लेकर अभियान चला रही हैं उसे देखते हुए अभी यह कहना मुशक्लि होगा कि सरकार की यह योजना शुरू हो पाती है या फिर ठंडे बस्ते में चली जाती है, लेकिन शराब की बिक्री बढ़ाकर अपना खजाना भरने की चाहत में मध्य प्रदेश में आपको जल्द ही महिलाओं के लिए अलग से बनी वुमन वाइन शॉप नजर आ सकती हैं. एक रिपोर्ट
एमपी के 4 बड़े शहरों में खुलेंगी वुमन वाइन शॉप
सरकार अब महिलाओ के लिए भी शराब दुकान खोलने जा रही है. शुरुआत में इन वुमन वाइन शॉप को प्रदेश के चार महानगरों में इसे स्थापित किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि राज्य सरकार अपना राजस्व बढ़ाने के लिए ये कदम उठा रही है. सूत्रों के मुताबिक देश की मेट्रो सिटी दिल्ली-मुम्बई की तर्ज पर प्रदेश के जिलों में भी शराब दुकानें होंगी जिसमें महिलाओ के लिए सभी ब्रांड की शराब मिलेगी. बताया जा रहा है कि शुरुआत में मध्यप्रदेश के भोपाल-जबलपुर-इंदौर और ग्वालियर में वुमन वाइन शॉप खोली जाएंगी. यहां महिलाओं की पसंद की सभी तरह के ब्रांड की शराब बेची जाएगी.
मॉल्स और सुरक्षित स्थानों में खोली जाएंगी दुकानें
सूत्रों के माने तो राज्य सरकार अगले साल अप्रैल तक अपने इस प्रोजेक्ट को शुरू कर देगी, हालांकि कि अभी इनकी टाइमिंग और इन्हें सप्ताह में कितने दिन खोला जाएगा यह तय नहीं है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक ये दुकाने मॉल जैसी सुरक्षित जगहों पर खोली जाएंगी जहां महिलाएं आसानी से पहुंच सकें.
वाइन फेस्टिवल का भी तय होगा शेड्यूल
जानकारी के अनुसार राज्य सरकार भोपाल, इंदौर, ग्वालियर और जबलपुर में वाइन फेस्टिवल भी आयोजित करेगी. इसका शेड्यूल क्या होगा यह अप्रैल 2022 तक तय कर लिया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक पहले प्रदेश के चार बड़े शहरों में महिलाओं के लिए जो शराब दूकानें खोली जाएंगी उनका रिस्पांस चैक किया जाएगा उसके बाद ही वाइन फेस्टिवल का शेड्यूल तय किया जाएगा. हालांकि अभी तक आबकारी विभाग के पास इसे लेकर कोई निर्देश नहीं आया है.
जबलपुर में पहले से संचालित हो रही है ऐसी दुकान
जबलपुर के सदर बाजार में महिलाओं के लिए भी एक शराब दुकान का संचालन किया जा रहा है. इन दुकान में सिर्फ महिलाओं को ही जाने की अनुमति है. दुकान संचालक ने बताया कि इस दुकान से रोजाना 20 से 25 महिलाएं शराब खरीदने आती हैं. उन्होंने बताया कि इस दुकान से सिर्फ महिलाओं को ही शराब बेची जाती है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने दिया है शराब बंदी को लेकर अल्टीमेटम
आपको बता दें कि एक तरफ जहां राज्य सरकार अपना राजस्व को बढ़ाने के लिए एक नई स्कीम के जरिए महिलाओं को शराब खरीदने के लिए उनके लिए अलग से दुकान खोलने की तैयारी कर रही है, वहीं प्रदेश में शराबबंदी को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती सरकार को कुछ दिन पहले ही चुनौती दी चुकी हैं. ऐसे में अपनी ही सरकार की पूर्व केंद्रीय मंत्री और फायर ब्रांड नेता की चुनौती को दरकिनार कर राज्य सरकार महिलाओं के लिए अलग से शराब दुकान खोले जाने की अपनी जो तैयारी कर रही है वो परवान चढ़ पाएगी या उमा भारती की नाराजगी सरकार को भारी पड़ेगी यह अप्रैल 2022 तक ही साफ हो पाएगा.