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SDO ही नहीं एग्जीक्यूटिव इंजीनियर-डिविजन अकाउंटेंट भी EOW की रडार पर, खंगाल रही सबूत - ईओडब्ल्यू

ईओडब्ल्यू की रडार पर एसडीओ ही नहीं एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और डिविजन अकाउंटेंट भी है, EOW की टीम ने एसडीओ को 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था, इस मामले में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और डिविजन अकाउंटेंट के भी नाम सामने आएं हैं.

investigation in bribery case of 50 thousand
50 हजार की रिश्वत मामले में जांच
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Published : Jul 28, 2021, 12:13 PM IST

Updated : Jul 28, 2021, 12:24 PM IST

जबलपुर। एसडीओ संतोष रैदास को 26 जुलाई की रात में आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था, ईओडब्ल्यू की जांच में अब ये भी खुलासा हुआ है, कि इस रिश्वत कांड में सिर्फ एसडीओ ही नहीं बल्कि एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और डिवीजन अकाउंटेंट के नाम भी शामिल हैं, जिसकी शिकायत फरियादी ने ईओडब्ल्यू से भी की थी.बता दें कि रिश्वत लेने के मामले में पकड़े गए एसडीओ संतोष रैदास रानी अवंती बाई सागर परियोजना दायीं तट नहर संभाग क्रमांक-2 में पदस्थ थे.

50 हजार की रिश्वत मामले में जांच

एसडीओ ने ली थी 50 हजार की रिश्वत

ठेकेदार सुदर्शन सोनकर ने साल 2016 में नहर के किनारे रोड बनाई थी, इस काम के लिए उन्होंने सुरक्षा निधि 4,22,000 रुपए और परफॉर्मेंस राशि 8 लाख रुपए डिपॉजिट की थी, इस राशि को वापस लेने के लिए एसडीओ के पास आवेदन दिया गया था, जिसे वापस देने के लिए सुदर्शन सोनकर से एसडीओ ने डेढ़ लाख रुपए की मांग की गई थी, जिसकी शिकायत उसने 22 जुलाई को आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो एसपी देवेंद्र प्रताप सिंह को की, जिसके बाद लगातार एसडीओ संतोष रैदास को रंगे हाथों गिरफ्तार करने के लिए जाल भी बिछाया गया और आखिरकार 26 जुलाई की रात को एसडीओ ट्रैप हो गया.

शिकायत में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और डिविजन अकाउंटेंट का भी नाम

ठेकेदार सुदर्शन सोनकर ने रिश्वत मांगने के मामले में जो शिकायत की थी, एसडीओ संतोष रैदास के अलावा एग्जीक्यूटिव इंजीनियर मिस्टर तलैया और डिवीजन अकाउंटेंट शर्मा की भी शिकायत की थी, ऐसे में एसडीओ संतोष रैदास के पास से रिश्वत के रुपए मिले थे, इसलिए अभी उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, कहा जा सकता है कि आने वाले समय में इन दो बड़े अधिकारियों पर भी गाज गिरेगी.

छापे की कार्रवाई से अनजान एग्जीक्यूटिव इंजीनियर

नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के डिवीजन-2 में आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो की छापामार कार्रवाई से एग्जीक्यूटिव इंजीनियर तलैया पूरी तरह से अनभिज्ञ रहे, ईटीवी भारत ने जब पूरे मामले में उनसे बात करनी चाही, तो उन्होंने साफ कह दिया कि मुझे इस कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

HC के आदेश का असर : CCTV में रिश्वत लेते कैद हुआ दरोगा, देखें Video

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और अकाउंटेंट से भी ईओडब्ल्यू कर रही पूछताछ

50 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में अभी तक आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने एसडीओ को आरोपी बनाया है, जबकि अब एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और डिविजन अकाउंटेंट से भी पूछताछ शुरू कर दी गई है, EOW की जांच में एसडीओ के पास से अभी तक 40 तोला सोना और करीब एक लाख रुपए नकद मिलने की जानकारी मिली है, फिलहाल ईओडब्ल्यू की जांच अभी जारी है.

जबलपुर। एसडीओ संतोष रैदास को 26 जुलाई की रात में आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया था, ईओडब्ल्यू की जांच में अब ये भी खुलासा हुआ है, कि इस रिश्वत कांड में सिर्फ एसडीओ ही नहीं बल्कि एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और डिवीजन अकाउंटेंट के नाम भी शामिल हैं, जिसकी शिकायत फरियादी ने ईओडब्ल्यू से भी की थी.बता दें कि रिश्वत लेने के मामले में पकड़े गए एसडीओ संतोष रैदास रानी अवंती बाई सागर परियोजना दायीं तट नहर संभाग क्रमांक-2 में पदस्थ थे.

50 हजार की रिश्वत मामले में जांच

एसडीओ ने ली थी 50 हजार की रिश्वत

ठेकेदार सुदर्शन सोनकर ने साल 2016 में नहर के किनारे रोड बनाई थी, इस काम के लिए उन्होंने सुरक्षा निधि 4,22,000 रुपए और परफॉर्मेंस राशि 8 लाख रुपए डिपॉजिट की थी, इस राशि को वापस लेने के लिए एसडीओ के पास आवेदन दिया गया था, जिसे वापस देने के लिए सुदर्शन सोनकर से एसडीओ ने डेढ़ लाख रुपए की मांग की गई थी, जिसकी शिकायत उसने 22 जुलाई को आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो एसपी देवेंद्र प्रताप सिंह को की, जिसके बाद लगातार एसडीओ संतोष रैदास को रंगे हाथों गिरफ्तार करने के लिए जाल भी बिछाया गया और आखिरकार 26 जुलाई की रात को एसडीओ ट्रैप हो गया.

शिकायत में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और डिविजन अकाउंटेंट का भी नाम

ठेकेदार सुदर्शन सोनकर ने रिश्वत मांगने के मामले में जो शिकायत की थी, एसडीओ संतोष रैदास के अलावा एग्जीक्यूटिव इंजीनियर मिस्टर तलैया और डिवीजन अकाउंटेंट शर्मा की भी शिकायत की थी, ऐसे में एसडीओ संतोष रैदास के पास से रिश्वत के रुपए मिले थे, इसलिए अभी उसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, कहा जा सकता है कि आने वाले समय में इन दो बड़े अधिकारियों पर भी गाज गिरेगी.

छापे की कार्रवाई से अनजान एग्जीक्यूटिव इंजीनियर

नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के डिवीजन-2 में आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो की छापामार कार्रवाई से एग्जीक्यूटिव इंजीनियर तलैया पूरी तरह से अनभिज्ञ रहे, ईटीवी भारत ने जब पूरे मामले में उनसे बात करनी चाही, तो उन्होंने साफ कह दिया कि मुझे इस कार्रवाई के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

HC के आदेश का असर : CCTV में रिश्वत लेते कैद हुआ दरोगा, देखें Video

एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और अकाउंटेंट से भी ईओडब्ल्यू कर रही पूछताछ

50 हजार रुपए की रिश्वत लेने के मामले में अभी तक आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने एसडीओ को आरोपी बनाया है, जबकि अब एग्जीक्यूटिव इंजीनियर और डिविजन अकाउंटेंट से भी पूछताछ शुरू कर दी गई है, EOW की जांच में एसडीओ के पास से अभी तक 40 तोला सोना और करीब एक लाख रुपए नकद मिलने की जानकारी मिली है, फिलहाल ईओडब्ल्यू की जांच अभी जारी है.

Last Updated : Jul 28, 2021, 12:24 PM IST
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