जबलपुर। कांग्रेस विधायक संजय यादव का आक्रोश अपनी ही पार्टी के खिलाफ लगातार देखने को मिल रहा है. बयानबाजी के इसी क्रम में शनिवार एक बार फिर कांग्रेस विधायक संजय यादव ने अपनी पार्टी को कठघरे में खड़ा किया. दो दिन पहले अपनी उपेक्षा को लेकर नाराजगी व्यक्त करने वाले कांग्रेस विधायक संजय यादव से पार्टी आलाकमान द्वारा अब तक कोई बातचीत नहीं की गई. इस कारण वह दुखी और गुस्से में हैं.
कांग्रेस विधायक संजय यादव का छलका दर्द, बोले- क्या विपक्ष का विधायक होना पाप है?
पार्टी में लगातार उपेक्षा से नाराज : मीडिया से बातचीत करते हुए विधायक संजय यादव ने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वे जबलपुर जिले से एकमात्र ओबीसी विधायक हैं और ऐसे में उनकी उपेक्षा पर पार्टी प्रदेश अध्यक्ष को ध्यान देना चाहिए. लेकिन अब तक ध्यान नहीं दिया गया. कांग्रेस विधायक यहीं नहीं रुके, बल्कि उन्होंने सत्ता परिवर्तन के दौर का भी जिक्र किया. जब पार्टी से दो दर्जन से ज्यादा विधायक चले गए थे. इसके पीछे उन्होंने यही कहा कि कोई पूछ परख ना होने के चलते 25 से 30 विधायक उस वक्त भी पार्टी छोड़ कर चले गए थे.