जबलपुर। शहर में भिखारियों को भीख मांगने से रोकने के लिए अब प्रशासन एक अभियान चलाने जा रहा है. इस अभियान में महिला बाल विकास, नगर-निगम और पुलिस के संयुक्त प्रयास से भिखारियों को रोजगार से जोड़ा जाएगा. ताकि भिखारी भीख न मांगे.
शहर में कई लोग भीख मांग कर ही अपना गुजारा करते हैं. जबकि कई लोग अपने बच्चों से भी भीख मंगवाते हैं. लगभग हर बड़े शहर में ऐसे लोग मिल जाएंगे. जबकि बच्चों से भीख मंगवाना गैरकानूनी है. लेकिन इसके बाद भी सदियों से धंधा चलता चला आ रहा है.
जबलपुर जिला प्रशासन ने शहर में भीख मांगने वाले लोगों को हटाने की तैयारी कर ली है. इसके लिए बकायदा सर्वे किया जा रहा है. प्रशासन का कहना है हम एक संयुक्त प्रयास कर रहे हैं. जिसमें बच्चों को पढ़ाई लिखाई से जोड़ने की कोशिश है और परिवारों को रोजगार दिया जाएगा. ताकि लोग भीख न मांगे. भीख मांगना सभ्य समाज में बुरा माना जाता है लेकिन कुछ लोगों के लिए यह पैसा कमाने का सबसे आसान तरीका है. यदि जबलपुर जिला प्रशासन पूरी इमानदारी से यह कोशिश करता है, तो उन बच्चों को नया जीवन मिल सकता है जो इस चक्रव्यूह में फंसे हुए हैं.