जबलपुर। नगर निगम में पदस्थ अतिक्रमण प्रभारी उमेश सोनी और उसके दो कर्मचारियों को लोकायुक्त पुलिस ने 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है, अतिक्रमण दल प्रभारी ने अवैध निर्माण तोड़ने की शिकायत को खत्म करने के लिए रिश्वत मांगी थी, जिसकी शिकायत आवेदक ने लोकायुक्त पुलिस से की.
25 हजार की मांगी रिश्वत 10 हजार पर हुआ राजी
जबलपुर नगर निगम के अतिक्रमण शाखा प्रभारी उमेश सोनी के पास चेरीताल निवासी दुर्गेश चौधरी की शिकायत पहुंची थी कि उसने अपने घर का डेढ़ फीट अवैध निर्माण बढ़ा रखा है, उसे तोड़ने की शिकायत जब उमेश सोनी के पास पहुंची, तो उसने दुर्गेश चौधरी से 25 हजार रुपए की रिश्वत मांगी, मोलभाव करने पर 10 हजार रुपए में वह रिश्वत देने को राजी हो गया.
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नगर निगम कार्यालय में ही ट्रैप हो गया अतिक्रमण अधिकारी
अवैध निर्माण को लेकर दुर्गेश चौधरी ने पहले माफी मांगी, उसके बाद उसने रिश्वत की शिकायत उन्होंने जबलपुर लोकायुक्त एसपी अनिल विश्वकर्मा से की, जिसके बाद आज लोकायुक्त की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से अतिक्रमण दल प्रभारी उमेश सोनी को उसके ही कार्यालय में 10 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया, ट्रैप दल की टीम में स्वप्निल दास, भूपेंद्र दीवान, आरक्षक दिनेश दुबे, अमित मंडल विजय सिंह शामिल थे.