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हॉस्पिटल प्रबंधन की ये कैसी दादागिरी, मरीज को बनाया बंधक

जबलपुर में निजी अस्पतालों का दलालों के माध्यम से यह गोरखधंधा बड़े पैमाने में फल फूल रहा है बीमा क्लेम दिलाने के नाम पर मरीज के परिजनों से मोटी रकम वसूल लेते हैं और इसके बाद अस्पताल के दलालों के माध्यम से मरीज के परिजन से अस्पताल के चक्कर कटवाए जाते हैं.

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Published : Mar 8, 2020, 1:40 AM IST

Sarvodaya Hospital
मरीज को बनाया बंधक

जबलपुर। जबलपुर में मरीज को बंधक बनाने का मामला सामने आया है. मरीज के परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर फ्री में इलाज के नाम का झांसा देकर अवैध वसूली के आरोप लगाए हैं.

परिजनों का कहना है कि दुर्ग सिंह गोंड़ को दमोह तेंदूखेड़ा के पास आपस में मोटरसाइकिल टकराने के कारण उनको गंभीर चोट आई थी जिसका इलाज कराने के लिए वह मेडिकल अस्पताल जबलपुर लेकर आए थे. वहीं मेडिकल में सर्वोदय हॉस्पिटल के दलालों द्वारा परिजनों को फ्री में इलाज कराने का झांसा देकर हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया और 2 दिन बाद हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करने के नाम पर परिजनों से पैसों की मांग करने लगे. जब परिजनों ने पैसे देने से इनकार किया तो हॉस्पिटल प्रबंधन ने मरीज को बंधक बना लिया और दलालों के माध्यम से रुपयों की मांग की जाने लगी.

मरीज के परिजनों ने कई बार पुलिस को सूचना दी लेकिन पुलिस भी मौके पर नहीं पहुंची परिजनों का कहना है कि वह गरीब परिवार के हैं और उनके पास पैसा नहीं है अगर पैसा होता तो वह मेडिकल में इलाज कराने के लिए क्यों लाते.

बता दें कि जिस हॉस्पिटल का यह मामला आया है यह हॉस्पिटल पहले भी फर्जी बीमा क्लेम दिलाने के मामलों में बीमा कंपनियों के जांच के दायरे में रहा है.

जबलपुर। जबलपुर में मरीज को बंधक बनाने का मामला सामने आया है. मरीज के परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर फ्री में इलाज के नाम का झांसा देकर अवैध वसूली के आरोप लगाए हैं.

परिजनों का कहना है कि दुर्ग सिंह गोंड़ को दमोह तेंदूखेड़ा के पास आपस में मोटरसाइकिल टकराने के कारण उनको गंभीर चोट आई थी जिसका इलाज कराने के लिए वह मेडिकल अस्पताल जबलपुर लेकर आए थे. वहीं मेडिकल में सर्वोदय हॉस्पिटल के दलालों द्वारा परिजनों को फ्री में इलाज कराने का झांसा देकर हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया और 2 दिन बाद हॉस्पिटल प्रबंधन द्वारा फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करने के नाम पर परिजनों से पैसों की मांग करने लगे. जब परिजनों ने पैसे देने से इनकार किया तो हॉस्पिटल प्रबंधन ने मरीज को बंधक बना लिया और दलालों के माध्यम से रुपयों की मांग की जाने लगी.

मरीज के परिजनों ने कई बार पुलिस को सूचना दी लेकिन पुलिस भी मौके पर नहीं पहुंची परिजनों का कहना है कि वह गरीब परिवार के हैं और उनके पास पैसा नहीं है अगर पैसा होता तो वह मेडिकल में इलाज कराने के लिए क्यों लाते.

बता दें कि जिस हॉस्पिटल का यह मामला आया है यह हॉस्पिटल पहले भी फर्जी बीमा क्लेम दिलाने के मामलों में बीमा कंपनियों के जांच के दायरे में रहा है.

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