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जंजीरों में जकड़ा जीवन! प्रशासन ने किया अनसुना, पूर्व मंत्री के दखल पर जगी आजादी की उम्मीद

जबलपुर में एक युवक को कई सालों से जंजीरों में बांध कर रखा हुआ है, परिजनों ने इलाज के लिए कई बार जिला प्रशासन से गुहार भी लगाई, लेकिन किसी ने भी एक न सुनी. ऐसे में अब पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री ने खबर को संज्ञान में लिया है. उम्मीद है कि जल्द विक्षिप्त युवक स्वस्थ जीवन जी सकेगा.

mentally ill person
जंजीरों में जकड़ा जीवन
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Published : Jul 30, 2021, 6:51 AM IST

Updated : Jul 30, 2021, 8:39 AM IST

जबलपुर। शहर से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां एक युवक को कई सालों से जंजीरों में बांध कर रखा हुआ है परिजनों ने ईलाज के लिए कई बार जिला प्रशासन से गुहार भी लगाई पर नतीजा शिफर ही रहा, वहीं अब पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री ने खबर को संज्ञान में लिया है.

कई सालों से व्यतीत हो रहा है जीवन बेड़ियों में
शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित बघराजी गांव में रहने वाले एक युवक की जिंदगी बीते कई सालों बेड़ियों में बंधी हुई है, वजह यह है कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त, युवक का किसी पर हमला कर देना और कहीं भाग जाने से परिजन परेशान हो गए, लिहाजा उन्होंने उसे बेड़ियों से बांध दिया, कई सालों से युवक के हाथ पैरों में जंजीरे बंधी हुई है.

जंजीरों में जकड़ा जीवन

परिजनों ने बांधा है बेड़ियों
विक्षिप्त युवक चक्रवर्ती परिवार से आता है जोकि बहुत ही गरीब है, कुछ साल तक विक्षिप्त की देखभाल उसके माता पिता ने की, तीन माह पहले उसके माता-पिता का अचनाक देहांत हो गया, अब उसका छोटा भाई और भाभी पालन पोषण कर रहे है,ग्राम वासियों का उसकी हालात के बारे मे कहना है कि वह कई वर्षों से विक्षिप्त है और गांव में किसी को भी पत्थर मारना या गाड़ियों के कांच तोड़ देने जैसी हरकतें करता था. इस कारण से घर वालो ने इसके हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां डाल दी.

जिम्मेदारों ने भी मानी अपनी गलती
विक्षिप्त युवक को लेकर बघराजी पंचायत के सरपंच पति का कहना था कि ग्राम पंचायत की जो भी योजना है. उसका लाभ उसे दिया जाता है. लेकिन हमने उसे इलाज के लिए कहीं नहीं भेजा इसके लिए में माफी मांगता हूं.

पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री ने लिया संज्ञान
विक्षिप्त युवक जोकि कई सालों से जंजीरों में बंधा हुआ है और प्रशासन ने उसकी सुध नहीं ली, लिहाजा ईटीवी भारत ने जब पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया को इस विषय से अवगत करवाया तो, उन्होंने भी माना कि यह है समाज में बहुत ही निंदनीय कृत्य है. जिसको लेकर जबलपुर कलेक्टर से विक्षिप्त युवक के इलाज के लिए बात की जाएगी.ऐसा नहीं है कि राजेश चक्रवर्ती जन्मजात विक्षिप्त था. करीब 10 साल की उम्र में वह अचानक ही बीमार पड़ गया. जिसके बाद उसकी यह हालत हो गई. फिलहाल, अब उम्मीद की जा रही है कि राजेश चक्रवर्ती के इलाज के लिए जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि सामने आएंगे और उसकी हालत आम व्यक्तियों जैसी हो जाएगी.

जबलपुर। शहर से इंसानियत को शर्मसार कर देने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां एक युवक को कई सालों से जंजीरों में बांध कर रखा हुआ है परिजनों ने ईलाज के लिए कई बार जिला प्रशासन से गुहार भी लगाई पर नतीजा शिफर ही रहा, वहीं अब पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री ने खबर को संज्ञान में लिया है.

कई सालों से व्यतीत हो रहा है जीवन बेड़ियों में
शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित बघराजी गांव में रहने वाले एक युवक की जिंदगी बीते कई सालों बेड़ियों में बंधी हुई है, वजह यह है कि युवक मानसिक रूप से विक्षिप्त, युवक का किसी पर हमला कर देना और कहीं भाग जाने से परिजन परेशान हो गए, लिहाजा उन्होंने उसे बेड़ियों से बांध दिया, कई सालों से युवक के हाथ पैरों में जंजीरे बंधी हुई है.

जंजीरों में जकड़ा जीवन

परिजनों ने बांधा है बेड़ियों
विक्षिप्त युवक चक्रवर्ती परिवार से आता है जोकि बहुत ही गरीब है, कुछ साल तक विक्षिप्त की देखभाल उसके माता पिता ने की, तीन माह पहले उसके माता-पिता का अचनाक देहांत हो गया, अब उसका छोटा भाई और भाभी पालन पोषण कर रहे है,ग्राम वासियों का उसकी हालात के बारे मे कहना है कि वह कई वर्षों से विक्षिप्त है और गांव में किसी को भी पत्थर मारना या गाड़ियों के कांच तोड़ देने जैसी हरकतें करता था. इस कारण से घर वालो ने इसके हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां डाल दी.

जिम्मेदारों ने भी मानी अपनी गलती
विक्षिप्त युवक को लेकर बघराजी पंचायत के सरपंच पति का कहना था कि ग्राम पंचायत की जो भी योजना है. उसका लाभ उसे दिया जाता है. लेकिन हमने उसे इलाज के लिए कहीं नहीं भेजा इसके लिए में माफी मांगता हूं.

पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री ने लिया संज्ञान
विक्षिप्त युवक जोकि कई सालों से जंजीरों में बंधा हुआ है और प्रशासन ने उसकी सुध नहीं ली, लिहाजा ईटीवी भारत ने जब पूर्व सामाजिक न्याय मंत्री लखन घनघोरिया को इस विषय से अवगत करवाया तो, उन्होंने भी माना कि यह है समाज में बहुत ही निंदनीय कृत्य है. जिसको लेकर जबलपुर कलेक्टर से विक्षिप्त युवक के इलाज के लिए बात की जाएगी.ऐसा नहीं है कि राजेश चक्रवर्ती जन्मजात विक्षिप्त था. करीब 10 साल की उम्र में वह अचानक ही बीमार पड़ गया. जिसके बाद उसकी यह हालत हो गई. फिलहाल, अब उम्मीद की जा रही है कि राजेश चक्रवर्ती के इलाज के लिए जिला प्रशासन और जनप्रतिनिधि सामने आएंगे और उसकी हालत आम व्यक्तियों जैसी हो जाएगी.

Last Updated : Jul 30, 2021, 8:39 AM IST
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