जबलपुर। जिले की चार महिला अधिकारियों ने अवैध कब्जे के खिलाफ अभियान चलाया है. इन महिला अधिकारियों ने जबलपुर के दो बड़े भू- माफियाओं से करोड़ों की जमीन को खाली करवा दिया. इस कार्रवाई के बाद से जिले के तमाम भू- माफियाओं के बीच अब हड़कंप मच गया है.
लंबे समय से सरकारी जमीन पर था अवैध कब्जा
जबलपुर के दो बड़े भूमाफिया दिलशाद खान और सतीश सागर ने करोड़ों की सरकारी जमीन पर कब्जा करके रखा था. दोनों ने इस जमीन पर बड़ी-बड़ी बिल्डिंग बनाकर उसे किराए से दे रखा था. एसडीएम के नेतृत्व में आज जिला प्रशासन की टीम ने दोनों भू माफियाओं के कब्जे वाली जमीन पर बने मकानों को गिराकर अतिक्रमण हटा दिया.
अगरबत्ती और डेरी उद्योग का किया जा रहा था संचालन
भू- माफियाओं ने इस जमीन पर अगरबत्ती उद्योग और डेरी संचालन का काम शुरु कर दिया. दिलशाद खान जो कि स्वास्थ्य विभाग में पदस्थ है. उसने फर्जीवाड़ा करते हुए कई लोगों की फर्जी तरीके से मेडिकल और स्वास्थ विभाग में नौकरियां भी लगवाई हैं. इसके अलावा सरकारी जमीन पर कब्जा करके उस पर खेती करना बिल्डिंग बना देना, यह इसके लिए आम हो गया था. वहीं सतीश सागर भी दिलशाद खान की राह पर चलता है, उसने भी जबलपुर में कई जगह पर सरकारी जमीन पर कब्जा कर लिया था. वर्तमान में दोनों के खिलाफ जबलपुर के थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
कलेक्टर भरत यादव के निर्देश पर एसडीएम दिव्या भारती, तहसीलदार स्वती सूर्या, नायब तहसीलदार रूपेश्वरी कुंजाम और टीआई निरुपमा पांडे के सामने भू माफियाओं की एक नहीं चली. हालांकि प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान दिलशाद खान और सतीश सागर मौके पर मौजूद नहीं थे, उनके परिजनों ने इस कार्रवाई का विरोध किया. लेकिन महिला अधिकारियों ने अवैध निर्माण को गिरवा दिया. इस कार्रवाई के बाद जबलपुर के सभी भू माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है.