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Fake Remdesivir Case : सीन रीक्रिएट पर आरोपी ने खोली जुबान, नर्मदा में फेंके थे 35 इंजेक्शन

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में एसआईटी लगातार अपना जांच का दायरा बढ़ा रही है. पुलिस शनिवार को आरोपियों को लेकर तिलवारा पुल पर पहुंची और सपन जैन से सीन रीक्रिएट करवाया.

Fake Remdesivir Case
नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामला
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Published : Jun 20, 2021, 4:26 AM IST

जबलपुर। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में चारों आरोपी कौशल वोरा, पुनीत शाह, सुनील मिश्रा और सपन जैन से जबलपुर पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस शनिवार को आरोपियों को लेकर तिलवारा पुल पर पहुंची और सपन जैन से सीन रीक्रिएट करवाया.

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामला

सिटी अस्पताल के संचालक को मिले थे 465 इंजेक्शन

मामले की छानबीन के लिए गठित की गई एसआईटी के प्रमुख रोहित काशवानी ने बताया कि गुजरात से 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन सिटी हॉस्पिटल के लिए भेजे गए थे, लेकिन इनमें से 465 इंजेक्शन ही सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंग मोखा को सौपे गए. वहीं 35 इंजेक्शन सपन जैन ने अपने पास रख लिए थे, लेकिन इन 35 इंजेक्शन के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल रही थी.

आरोपी ने नर्मदा में फेंक दिया था इंजेक्शन

आरोपी सपन जैन से जब सख्ती से इन 35 इंजेक्शन के संबंध में पूछताछ की गई तब उसने बताया कि 35 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन को उसने नर्मदा तट पर बने तिलवारा पुल से नर्मदा में फेंक दिए था. इस पर पुलिस आरोपी को लेकर तिलवारा पुल पर पहुंची और सपन जैन से सीन रीक्रिएट कराया. इसके बाद इस बात की पुष्टि हो गई कि सपन जैन ने 35 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन नर्मदा में फेंके हैं.

Fake Remdesivir Case: करोड़पति बनने के लालच में लोगों की जिंदगी से किया खिलवाड़

पुलिस ने सपन जैन के घर की तलाशी भी ली और उसके टू व्हीलर को जब्त कर लिया है, जिसको लेकर वह तिलवारा पुल तक पहुंचा था. एसआईटी ने बाकी आरोपियों से भी लगातार पूछताछ की है और कई प्रमाण जुटाए हैं.

जबलपुर। नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में चारों आरोपी कौशल वोरा, पुनीत शाह, सुनील मिश्रा और सपन जैन से जबलपुर पुलिस लगातार पूछताछ कर रही है. पुलिस शनिवार को आरोपियों को लेकर तिलवारा पुल पर पहुंची और सपन जैन से सीन रीक्रिएट करवाया.

नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामला

सिटी अस्पताल के संचालक को मिले थे 465 इंजेक्शन

मामले की छानबीन के लिए गठित की गई एसआईटी के प्रमुख रोहित काशवानी ने बताया कि गुजरात से 500 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन सिटी हॉस्पिटल के लिए भेजे गए थे, लेकिन इनमें से 465 इंजेक्शन ही सिटी अस्पताल के संचालक सरबजीत सिंग मोखा को सौपे गए. वहीं 35 इंजेक्शन सपन जैन ने अपने पास रख लिए थे, लेकिन इन 35 इंजेक्शन के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल रही थी.

आरोपी ने नर्मदा में फेंक दिया था इंजेक्शन

आरोपी सपन जैन से जब सख्ती से इन 35 इंजेक्शन के संबंध में पूछताछ की गई तब उसने बताया कि 35 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन को उसने नर्मदा तट पर बने तिलवारा पुल से नर्मदा में फेंक दिए था. इस पर पुलिस आरोपी को लेकर तिलवारा पुल पर पहुंची और सपन जैन से सीन रीक्रिएट कराया. इसके बाद इस बात की पुष्टि हो गई कि सपन जैन ने 35 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन नर्मदा में फेंके हैं.

Fake Remdesivir Case: करोड़पति बनने के लालच में लोगों की जिंदगी से किया खिलवाड़

पुलिस ने सपन जैन के घर की तलाशी भी ली और उसके टू व्हीलर को जब्त कर लिया है, जिसको लेकर वह तिलवारा पुल तक पहुंचा था. एसआईटी ने बाकी आरोपियों से भी लगातार पूछताछ की है और कई प्रमाण जुटाए हैं.

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