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Indore Bad Picture: स्वच्छ शहर का शर्मनाक VIDEO, पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचने के लिए नहीं है सड़क, खाट पर रखकर ले जाते हैं शव - Indore Health Department

इंदौर में द्वारकापुरी निवसी लीलाधर ने बुधवार को फांसी लगा ली थी. (Indore Suicide Case) जिसका आज पोस्टमार्टम होना था. परिजन मृतक लीलाधर का शव लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन मुख्य सड़क से जिला अस्पताल परिसर में प्रवेश करने के लिए उन्हें शव को सड़क पर ही रखना पड़ा. (Indore Health Department) आगे सड़क न होने और रास्ता दलदली होने पर परिजनों को मजबूरन शव को खाट पर लेकर पोस्टमार्टम हाउस तक ले जाना पड़ा. (Dead Body Carried On Charpai In Indore)

Indore Health Department
शव को उल्टी खाट पर रखकर लाना पड़ा अस्पताल
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Published : Jul 28, 2022, 7:22 PM IST

इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में स्वास्थ व्यवस्थाओँ की पोल खोलता एक वीडियो सामने आया है. वीडियो शर्मसार कर देने वाला है जिसमें कुछ लोग एक शव को खाट पर लेकर जा रहे हैं. शव का पोस्टमार्टम होना , लेकिन पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचने के लिए सड़क ही नहीं है. बारिश के दौरान कच्ची सड़क दलदल में बदल चुकी है जिससे कोई भी वाहन आगे नहीं जा सकता. ऐसी स्थिति में परिजनों को मृतक का शव खाट पर रखकर ले जाना पड़ता है. खास बात यह है कि यहां जिला अस्पताल के पास बने पोस्टमार्टम हाउस की सड़क और अस्पताल के निर्माण का काम बीते 2 साल से चल रहा है जो अभी तक कंम्पलीट नहीं हुआ है. जिससे बारिश में अक्सर ऐसी स्थिति बनती है.

शव को उल्टी खाट पर रखकर लाना पड़ा अस्पताल

चारपाई में लेकर पहुंचे शव: इंदौर के जिला हॉस्पिटल में शव को लाने ले जाने में परिजनों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.जिला अस्पताल का नव निर्माण चल रहा है. अस्पताल के पीछे की ओर पोस्ट मार्टम रूम बना है. पोस्टमार्टम रूम तक शव को ले जाने में परिजनों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. जिस एंबुलेंस में परिजन शव को लेकर आए थे उस एंबुलेंस चालक ने शव को पोस्टमार्टम तक ले जाने से मना कर दिया. हॉस्पिटल के मेन गेट पर ही शव को उतार कर एंबुलेंस चालक फरार हो गया. इसके बाद परिजनों ने जैसे-तैसे एक चारपाई की व्यवस्था की और शव को चारपाई पर रख पोस्टमार्टम रुम तक ले जाया गया. दरअसल मुख्य सड़क से अस्पताल का पोस्टमार्टम रूम करीब 500 मीटर की दूरी पर है. यहां अस्पताल के निर्माण के कारण बारिश में सड़क धराशाई हो चुकी है. इसके अलावा पूरे परिसर में कीचड़ होने के कारण वाहनों को निकालना मुश्किल है.

स्ट्रेचर नहीं मिला: खटिया पर मृतक लीलाधर के शव को लेकर कीचड़ युक्त उबड़ खाबड़ रास्ते में पैदल चलते हुए पोस्टमार्टम रूम तक पहुंचे. यहां पोस्टमार्टम रूम में ताला लगा होने के कारण स्ट्रेचर नहीं मिला. कोई कर्मचारी भी नहीं था. लिहाजा मृतक के परिजन शव को जमीन पर ही रख कर बैठे रहे. किसी तरह कर्मचारी आए और शव को पोस्टमार्टम रूम में लिया जा सका. इस दौरान मृतक के परिजन राजेश परिहार ने बताया कि इंदौर जैसे मेडिकल हब में मृतकों और शवों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण आज उन्हें शर्मसार होना पड़ा. उन्होंने कहा मामले की शिकायत संबंधित अधिकारियों को करेंगे. जिससे भविष्य में ऐसी स्थिति ना बन सके. गौरतलब है जिला अस्पताल में मुख्य भवन का निर्माण कार्य कई सालों से चल रहा है. आसपास के मार्ग टूट कर जर्जर हो चुके हैं. परिसर में कीचड़ फैला हुआ है. एंबुलेंस समेत अन्य वाहनों का गुजरना मुश्किल हो रहा है.

सीहोर: तेज बारिश में जान हथेली पर रखकर प्रसूता को पार कराया रास्ता

लंबे वक्त से चल रहा अस्पताल का निर्माण: पिछले करीब दो साल से इंदौर के जिला अस्पताल का निर्माण कार्य चल रहा है. इसलिए यहां मुरम डालकर अस्थाई सड़क बनाई गई है. जिसपर बारिश के दौरान पानी भरने से सड़क दलदल में बदल जाती है. जिससे यहां पोस्टमार्टम के आने वाले शव को लेकर उनके परिजनों को इसी तरह कीचड़ से गुजरना पड़ता है.

इंदौर। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में स्वास्थ व्यवस्थाओँ की पोल खोलता एक वीडियो सामने आया है. वीडियो शर्मसार कर देने वाला है जिसमें कुछ लोग एक शव को खाट पर लेकर जा रहे हैं. शव का पोस्टमार्टम होना , लेकिन पोस्टमार्टम हाउस तक पहुंचने के लिए सड़क ही नहीं है. बारिश के दौरान कच्ची सड़क दलदल में बदल चुकी है जिससे कोई भी वाहन आगे नहीं जा सकता. ऐसी स्थिति में परिजनों को मृतक का शव खाट पर रखकर ले जाना पड़ता है. खास बात यह है कि यहां जिला अस्पताल के पास बने पोस्टमार्टम हाउस की सड़क और अस्पताल के निर्माण का काम बीते 2 साल से चल रहा है जो अभी तक कंम्पलीट नहीं हुआ है. जिससे बारिश में अक्सर ऐसी स्थिति बनती है.

शव को उल्टी खाट पर रखकर लाना पड़ा अस्पताल

चारपाई में लेकर पहुंचे शव: इंदौर के जिला हॉस्पिटल में शव को लाने ले जाने में परिजनों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.जिला अस्पताल का नव निर्माण चल रहा है. अस्पताल के पीछे की ओर पोस्ट मार्टम रूम बना है. पोस्टमार्टम रूम तक शव को ले जाने में परिजनों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. जिस एंबुलेंस में परिजन शव को लेकर आए थे उस एंबुलेंस चालक ने शव को पोस्टमार्टम तक ले जाने से मना कर दिया. हॉस्पिटल के मेन गेट पर ही शव को उतार कर एंबुलेंस चालक फरार हो गया. इसके बाद परिजनों ने जैसे-तैसे एक चारपाई की व्यवस्था की और शव को चारपाई पर रख पोस्टमार्टम रुम तक ले जाया गया. दरअसल मुख्य सड़क से अस्पताल का पोस्टमार्टम रूम करीब 500 मीटर की दूरी पर है. यहां अस्पताल के निर्माण के कारण बारिश में सड़क धराशाई हो चुकी है. इसके अलावा पूरे परिसर में कीचड़ होने के कारण वाहनों को निकालना मुश्किल है.

स्ट्रेचर नहीं मिला: खटिया पर मृतक लीलाधर के शव को लेकर कीचड़ युक्त उबड़ खाबड़ रास्ते में पैदल चलते हुए पोस्टमार्टम रूम तक पहुंचे. यहां पोस्टमार्टम रूम में ताला लगा होने के कारण स्ट्रेचर नहीं मिला. कोई कर्मचारी भी नहीं था. लिहाजा मृतक के परिजन शव को जमीन पर ही रख कर बैठे रहे. किसी तरह कर्मचारी आए और शव को पोस्टमार्टम रूम में लिया जा सका. इस दौरान मृतक के परिजन राजेश परिहार ने बताया कि इंदौर जैसे मेडिकल हब में मृतकों और शवों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है. जिसके कारण आज उन्हें शर्मसार होना पड़ा. उन्होंने कहा मामले की शिकायत संबंधित अधिकारियों को करेंगे. जिससे भविष्य में ऐसी स्थिति ना बन सके. गौरतलब है जिला अस्पताल में मुख्य भवन का निर्माण कार्य कई सालों से चल रहा है. आसपास के मार्ग टूट कर जर्जर हो चुके हैं. परिसर में कीचड़ फैला हुआ है. एंबुलेंस समेत अन्य वाहनों का गुजरना मुश्किल हो रहा है.

सीहोर: तेज बारिश में जान हथेली पर रखकर प्रसूता को पार कराया रास्ता

लंबे वक्त से चल रहा अस्पताल का निर्माण: पिछले करीब दो साल से इंदौर के जिला अस्पताल का निर्माण कार्य चल रहा है. इसलिए यहां मुरम डालकर अस्थाई सड़क बनाई गई है. जिसपर बारिश के दौरान पानी भरने से सड़क दलदल में बदल जाती है. जिससे यहां पोस्टमार्टम के आने वाले शव को लेकर उनके परिजनों को इसी तरह कीचड़ से गुजरना पड़ता है.

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