इंदौर। अशोका ट्रेवल्स की एसी बस में आए मां-बेटे की मौत के मामले में पुलिस ने ड्राइवर, कंडक्टर व साथी स्टाफ पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. जांच अधिकारी सत्यजीत सिह चौहान ने बताया कि परिजनों ने बस के ड्राइवर, कंडक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया था. मौत में परिजन और यात्रियों के बयान और जांच के आधार पर बस को जब्त कर ड्राइवर अनोखीलाल शर्मा, अशोक और क्लीनर ईश्वरलाल को गिरफ्तार किया गया है. (Mother and son died in AC bus)
यह था पूरा मामला: उज्जैन की शिक्षिका दीपिका पति संदीप पटेल (उम्र 38 वर्ष) और अपने इकलौते बेटे आदित्य राज (उम्र 11 वर्ष) और मां पुष्पा (उम्र 56 वर्ष) रविवार रात को पुणे से निजी कंपनी की एसी स्लीपर बस में सवार होकर उज्जैन के लिए निकले थे. सफर के दौरान दीपिका ने दम घुटने की शिकायत कंडक्टर से की थी. इस पर कंडेक्टर ने दीपिका को एसी से गैस की बदबू आने का कहकर ध्यान नहीं दिया. इंदौर पहुंचते ही दीपिका और उसके बेटे की तबीयत बिगड़ने लगी. बस स्टाफ ने सुबह सहायता के नाम पर इंदौर के तीन इमली चौराहे पर रिक्शा में बिठा दिया. मृतका की मां पुष्पा वर्मा दीपिका और आदित्य को इलाज के लिए क्लिनिक लेकर गई, लेकिन वहां से डॉक्टर ने उन्हें निजी अस्पताल भेज दिया था.(indore police case registerd)
पोस्टमार्टम में नहीं मिला पॉइजन : निजी हॉस्पिटल में उपचार के दौरान दोनों की मौत हो गई. दोनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कोई जहर नहीं मिला है. दोनो की मौत उल्टी होने के बाद हार्टअटैक होने से बताई जा रही है. पुलिस के मुताबिक दीपिका की मां पुष्पा वर्मा और यात्रियों के बयानों के अनुसार दोनों की तबीयत पुणे से बस में बैठने के दौरान ही बिगड़ने लगी थी, लेकिन बस स्टाफ ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. (police arrested AC bus driver conductor)