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एमपी का इकलौता मंदिर, जहां निमंत्रण देने के बाद ही शुरू होती हैं शादी की रस्में

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Published : Jan 29, 2022, 8:09 AM IST

हिंदू धर्म में भगवान गणेश को अच्छे भाग्य का देवता माना जाता है, यही वजह है कि कोई भी काम करने से पहले गणेश जी की पूजा की जाती है. वैसे तो भगवान गणेश के कई मंदिर हैं, लेकिन इंदौर का खजराना गणेश मंदिर श्रद्धालुओं में अधिक लोकप्रिय है, यही वजह है कि लोग (Wedding Invitation to Khajrana Ganesh) शादी का निमंत्रण सबसे पहले भगवान श्री खजराना गणेश को देते हैं.

khajrana ganesha mandir indore
खजराना गणेश मंदिर इंदौर

इंदौर। मध्यप्रदेश अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और ऐतिहासिक मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है. इन ही मंदिरों में से एक है इंदौर का खजराना गणेश (khajrana ganesha mandir indore) मंदिर. यह मंदिर अपने चमत्कारों के लिए भक्तों में लोकप्रिय है. हर साल यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होती है. खजराना गणेश मंदिर में इन दिनों (Wedding Invitation to Khajrana Ganesh) शादियों के कार्ड अर्पित करने का दौर चल रहा है. प्रथम पूजनीय भगवान श्री गणेश को लेकर मान्यता है कि शादी में कोई कठिनाई न आए, इसलिए गणेश जी का आशीर्वाद जरूरी है. दशकों से लोग शादी का पहला निमंत्रण भगवान श्री खजराना गणेश जी को देते आ रहे हैं.

श्रद्धालुओं में लोकप्रिय है इंदौर का खजराना गणेश मंदिर

भगवान गणेश को पहला निमंत्रण

देश और दुनिया में आस्था और श्रद्धा का केंद्र बन चुका इंदौर का खजराना गणेश मंदिर इकलौता ऐसा मंदिर है जहां हल्दी और चावल के साथ हर शादी का निमंत्रण कार्ड सबसे पहले पहुंचता है. जब शादी निर्विघ्न पूर्ण संपन्न हो जाती है तो भगवान का आभार व्यक्त करने के लिए दूल्हा-दुल्हन भी यहां पहुंचते हैं. कोरोना के चलते मंदिर में प्रवेश पर पाबंदियां लगा दी गईं थीं. लॉकडाउन के चलते लोगों ने मंदिर के द्वार पर ही शादियों के कार्ड अर्पित किए. लेकिन तीसरी लहर में राज्य शासन और जिला प्रशासन ने मंदिर की तमाम गतिविधियों से लेकर शादी विवाहों को सामान्य तौर पर अनुमति दे रखी हैं इसलिए मुहूर्त के हिसाब से तय की गई शादियों के निमंत्रण पत्र बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. वैसे तो यहां हर दिन सैंकड़ों भक्त पहुंचते हैं लेने बुधवान के दिन भक्तों की संख्या सबसे ज्यादा रहती है.

सेलिब्रिटी, खिलाड़ी और नेता लेने आते हैं आर्शीवाद

मंदिर से जुड़ी मान्यता यह है कि जो भी भक्त सच्चे मन से कामना लेकर आता है विघ्नहर्ता उसकी हर मनोकामना को पूरा करते हैं. वर—वधु और उनके माता-पिता शादी को बिना किसी रूकावट के पूरा करने की कामना को लेकर यहां पहुंचते हैं. खजराना गणेश की प्रसिद्धि का का अंजदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां सेलिब्रिटी, खिलाड़ी और नेता भी आर्शीवाद लेने पहुंचते हैं. मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि यहां शादियों के सीजन में यहां 50 से 100 कार्ड जरूर पहुंचते हैं इसके अलावा बड़ी संख्या में ऐसे भी श्रद्धालु हैं जो विदेशों से पुजारी को वीडियो कॉल के जरिए भगवान को शादी का निमंत्रण देते हैं.

29 जनवरी का पंचांगः जानें शुभ मुहूर्त, राहु काल और ग्रह,नक्षत्र की चाल

इस साल शादियों के मुहूर्त

साल 2022 में शादियों के 71 दिन शुभ मुहूर्त बताए जा रहे हैं. मार्च महीने में 2 मुहूर्त हैं जबकि जनवरी में 4 दिन शादियों के लिए शुभ रहे हैं. फरवरी में 11 दिन शादी के मुहूर्त है जबकि मार्च में केवल दो, अप्रैल में भी 11 दिन शादियों के लिए शुभ बताए जा रहे हैं. मई में भी इसी तरह की संख्या है. लिहाजा इस वर्ष शादियों के सर्वाधिक मुहूर्त हैं जिनके कार्ड भी बड़ी संख्या में खजराना मंदिर (Wedding Invitation to Khajrana Ganesh) पहुंचेंगे.

होलकर वंश की रानी अहिल्याबाई ने बनवाया था मंदिर

खजराना गणेश मंदिर का निर्माण होलकर वंश की रानी अहिल्याबाई होलकर (Queen Ahilyabai Holkar) ने 1735 में स्थापित किया था. मंदिर निर्माण की कहानी भी रोचक है. यहां के भट्ट परिवार के पंडित को सपने में भगवान गणेश की प्रतिमा आई थी राज पंडित होने के कारण जब उन्होंने दरबार में यह सूचना महारानी तक पहुंचाई तो रानी अहिल्याबाई होल्कर ने सपने के अनुसार उस जगह की खुदाई करवाई. खुदाई में ठीक वैसे ही भगवान गणेश की प्रतिमा प्राप्त हुई जैसे राज पंडित ने बताई थ, जिसे अहिल्याबाई होल्कर ने उसी स्थान पर भव्य रूप में विराजित कराया था.

इंदौर। मध्यप्रदेश अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और ऐतिहासिक मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है. इन ही मंदिरों में से एक है इंदौर का खजराना गणेश (khajrana ganesha mandir indore) मंदिर. यह मंदिर अपने चमत्कारों के लिए भक्तों में लोकप्रिय है. हर साल यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लाखों में होती है. खजराना गणेश मंदिर में इन दिनों (Wedding Invitation to Khajrana Ganesh) शादियों के कार्ड अर्पित करने का दौर चल रहा है. प्रथम पूजनीय भगवान श्री गणेश को लेकर मान्यता है कि शादी में कोई कठिनाई न आए, इसलिए गणेश जी का आशीर्वाद जरूरी है. दशकों से लोग शादी का पहला निमंत्रण भगवान श्री खजराना गणेश जी को देते आ रहे हैं.

श्रद्धालुओं में लोकप्रिय है इंदौर का खजराना गणेश मंदिर

भगवान गणेश को पहला निमंत्रण

देश और दुनिया में आस्था और श्रद्धा का केंद्र बन चुका इंदौर का खजराना गणेश मंदिर इकलौता ऐसा मंदिर है जहां हल्दी और चावल के साथ हर शादी का निमंत्रण कार्ड सबसे पहले पहुंचता है. जब शादी निर्विघ्न पूर्ण संपन्न हो जाती है तो भगवान का आभार व्यक्त करने के लिए दूल्हा-दुल्हन भी यहां पहुंचते हैं. कोरोना के चलते मंदिर में प्रवेश पर पाबंदियां लगा दी गईं थीं. लॉकडाउन के चलते लोगों ने मंदिर के द्वार पर ही शादियों के कार्ड अर्पित किए. लेकिन तीसरी लहर में राज्य शासन और जिला प्रशासन ने मंदिर की तमाम गतिविधियों से लेकर शादी विवाहों को सामान्य तौर पर अनुमति दे रखी हैं इसलिए मुहूर्त के हिसाब से तय की गई शादियों के निमंत्रण पत्र बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. वैसे तो यहां हर दिन सैंकड़ों भक्त पहुंचते हैं लेने बुधवान के दिन भक्तों की संख्या सबसे ज्यादा रहती है.

सेलिब्रिटी, खिलाड़ी और नेता लेने आते हैं आर्शीवाद

मंदिर से जुड़ी मान्यता यह है कि जो भी भक्त सच्चे मन से कामना लेकर आता है विघ्नहर्ता उसकी हर मनोकामना को पूरा करते हैं. वर—वधु और उनके माता-पिता शादी को बिना किसी रूकावट के पूरा करने की कामना को लेकर यहां पहुंचते हैं. खजराना गणेश की प्रसिद्धि का का अंजदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यहां सेलिब्रिटी, खिलाड़ी और नेता भी आर्शीवाद लेने पहुंचते हैं. मंदिर के मुख्य पुजारी अशोक भट्ट ने बताया कि यहां शादियों के सीजन में यहां 50 से 100 कार्ड जरूर पहुंचते हैं इसके अलावा बड़ी संख्या में ऐसे भी श्रद्धालु हैं जो विदेशों से पुजारी को वीडियो कॉल के जरिए भगवान को शादी का निमंत्रण देते हैं.

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इस साल शादियों के मुहूर्त

साल 2022 में शादियों के 71 दिन शुभ मुहूर्त बताए जा रहे हैं. मार्च महीने में 2 मुहूर्त हैं जबकि जनवरी में 4 दिन शादियों के लिए शुभ रहे हैं. फरवरी में 11 दिन शादी के मुहूर्त है जबकि मार्च में केवल दो, अप्रैल में भी 11 दिन शादियों के लिए शुभ बताए जा रहे हैं. मई में भी इसी तरह की संख्या है. लिहाजा इस वर्ष शादियों के सर्वाधिक मुहूर्त हैं जिनके कार्ड भी बड़ी संख्या में खजराना मंदिर (Wedding Invitation to Khajrana Ganesh) पहुंचेंगे.

होलकर वंश की रानी अहिल्याबाई ने बनवाया था मंदिर

खजराना गणेश मंदिर का निर्माण होलकर वंश की रानी अहिल्याबाई होलकर (Queen Ahilyabai Holkar) ने 1735 में स्थापित किया था. मंदिर निर्माण की कहानी भी रोचक है. यहां के भट्ट परिवार के पंडित को सपने में भगवान गणेश की प्रतिमा आई थी राज पंडित होने के कारण जब उन्होंने दरबार में यह सूचना महारानी तक पहुंचाई तो रानी अहिल्याबाई होल्कर ने सपने के अनुसार उस जगह की खुदाई करवाई. खुदाई में ठीक वैसे ही भगवान गणेश की प्रतिमा प्राप्त हुई जैसे राज पंडित ने बताई थ, जिसे अहिल्याबाई होल्कर ने उसी स्थान पर भव्य रूप में विराजित कराया था.

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