इंदौर। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के उस बयान की पुष्टि खुद मंत्री तुलसी सिलावट ने की है, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'जनहित के मुद्दों को मेरे कहने पर जीतू पटवारी और सिलावट विधानसभा में उठाते थे'. सिलावट ने कहा कि 'सुमित्रा ताई के कहने पर उन्होंने विधानसभा में कई बार उनकी बात उठाई. साथ ही सिलावट ने उन्हें अपनी बड़ी बहन बताया है.
मंत्री सिलावट ने कहा कि 'तमाम मुद्दों पर ताई के कहने के मुताबिक ही विरोध प्रदर्शन करते रहे. साथ ही इंदौर के विकास के लिए हम साथ में मिलकर उनके मार्गदर्शन में काम करते थे'. उन्होंने कहा कि मंत्री बनने के बाद और उपचुनाव जीतने के बाद सुमित्रा महाजन से मिलने गया था.
दरअसल हाल ही में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के निवास पर राज्यपाल लालजी टंडन की मौजूदगी में एक समारोह के दौरान सुमित्रा महाजन ने ये राज खोला था. उन्होंने कहा था कि शिवराज सरकार में कई बार ऐसी परिस्थिति बनी, जब मैं अपनी सरकार के खिलाफ नहीं बोल सकती थी. जिसके चलते जीतू या तुलसी को विरोध के लिए कहती थी, उसके बाद ये लोग विरोध प्रदर्शन करते थे.
सुमित्रा महाजन के इस बयान के समर्थन में दोनों मंत्रियों ने स्वीकार किया है कि, ताई के कहने पर उन्होंने तत्कालीन BJP सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए. जीतू पटवारी ने सुमित्रा महाजन को अपनी मां बताया, तो वहीं तुलसी सिलावट ने कहा कि 'बीजेपी सरकार के विरोध को लेकर जब- जब उन्होंने कहा, हमने उनकी बात मानी, क्योंकि वो न केवल बड़ी बहन हैं, बल्कि हम सबकी आदरणीय भी हैं'.