इंदौर(Indore)। शहर की विजय नगर पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन (Remdesivir Injection) की कालाबाजारी (Black Marketing) करने वाले गिरोह के कुछ सदस्यों को पकड़ा था. जिसके बाद से पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही है. इस बीच एक अन्य आरोपी को गुजरात से गिरफ्तार किया गया है, जो इंजेक्शन में लगने वाले रैपर बनवाता था. बताया जा रहा है कि नागेश ने रैपर के बदले में आरोपियों से 20 हजार रुपए मांगे थे, और इंजेक्शन के रैपर तैयार किए थे. इसके बाद उसने यह रैपर मामले के मुख्य आरोपी पुनीत और कौशल बोरा को दे दिए थे.
1000 से ज्यादा नकली इंजेक्शन किए थे सप्लाई
विजय नगर पुलिस ने नकली रेमडेसिविर केस में गुजरात के मोरबी के कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जिसमें पुनीत और कौशल भी शामिल थे. इनकी निशानदेही पर पुलिस ने मध्य प्रदेश के अलग-अलग शहरों से भी कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इस तरह से पुलिस ने अब कई आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. आरोपियों ने बताया था कि उन्होंने करीब एक हजार से अधिक इंजेक्शन मध्यप्रदेश में सप्लाई कर दिए हैं. महाराष्ट्र-गुजरात के भी कई शहरों में नकली इंजेक्शन सप्लाई किए गए थे.
पूछताछ में आरोपियों ने किया खुलासा
गुजरात से पकड़ाए गए आरोपी पुनीत और कौशल ने पूछताछ में जानकारी दी कि इंजेक्शन कौन बनाता था, और रैपर कौन तैयार करता था. पुलिस के सामने आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने एक लाख इंजेक्शन तैयार करने का ऑर्डर भी दिया था. उन्होंने यह भी बताया था कि नकली इंजेक्शन के ऊपर जो रैपर लगते थे उसको बनाने के लिए नागेश को ऑर्डर दिया गया था.
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फिलहाल मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है. आरोपियों से लगातार पूछताछ हो रही है. वहीं पकड़े गए आरोपी नागेश की निशानदेही पर अन्य आरोपियों के भी हत्थे चढ़ने की आशंका है.