इंदौर। टीआई हाकम सिंह (TI Hakam Singh) सुसाइड मामले के चश्मदीद ने घर में आग लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की है. गंभीर हालत में उसे इंदौर के निजी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. वहीं एसआईटी पूरे ही मामले में बारीकी से जांच पड़ताल कर रही है. पुलिस टीआई हाकम सिंह की मौत की गुत्थी अब तक नहीं सुलझा पाई है. वहीं प्रत्यक्षदर्शी के आत्महत्या की कोशिश ने इस केस को और भी पेचीदा बना दिया है.
चश्मदीद गवाह है कमलेश: थाना प्रभारी हाकम सिंह सुसाइड मामले की गुत्थी लगातार उलझती जा रही है. इस पूरे घटनाक्रम के चश्मदीद के रूप में रंजना के भाई कमलेश को भी SIT की टीम ने पूछताछ के लिए चिन्हित किया था. जिस वक्त ASI रंजना, हाकम सिंह से बातचीत कर रही थी, उस समय रंजना का भाई कमलेश भी घटनास्थल पर मौजूद था. पहले तीनों ने इंडियन कॉफी हाउस में बैठकर बातचीत की. फिर बाहर आकर थाना प्रभारी हाकम सिंह ने रंजना पर गोली चला दी. उसके घायल होने के बाद टीआई ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली.
आग में झुलसा कमलेश: घटना के बाद कमलेश अपने घर धामनोद चला गया था. पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शी के रूप में उसको चिन्हित किया हुआ था और उसके बयान भी लिए जा रहे थे. पूर्व में उसके बयान लेकर उसे छोड़ भी दिया गया था. लेकिन इस पूरे मामले में लगातार कई तरह के खुलासे हो रहे हैं और SIT लगातार इस पूरे मामले में जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है. इसी दौरान कमलेश के आग से झुलसने की सूचना पुलिस को लगी. पहले धामनोद स्थिति हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती किया गया. लेकिन हालत में सुधार ना होता देख उसे इंदौर रेफर कर दिया गया.
30 फीसदी जला कमलेश: धामनोद पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि 'स्टोव में आग फैलने के कारण कमलेश आग की चपेट में आ गया. वह 30 फीसदी जल गया है. पुलिस परिजनों के बयान ले रही है. कमलेश की हालत ठीक होने के बाद उसके भी बयान लिए जाएंगे'. टीआई हाकम सिंह सुसाइड केस को 15 दिन से अधिक समय बीत चुका है. लेकिन अभी तक पुलिस पूरे मामले में जांच पड़ताल करने में ही जुटी हुई है. इससे पुलिस पर भी कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं.
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