इंदौर। आगजनी की घटना को अंजाम देने वाले आरोपी संजय उर्फ शुभम दीक्षित से पुलिस के द्वारा लगातार पूछताछ की जा रही है. वहीं पिछले दिनों पुलिस ने संजय की महिला मित्र से भी पूछताछ की, इस दौरान महिला ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. जिसकी काफी बारीकी से जांच पड़ताल की जा रही है. महिला ने पुलिस को बताया कि मकान मालिक की लड़की के जरिए 2011 में उसकी मुलाकात संजय से हुई थी. उसे इनकम टैक्स फाइल का काम पड़ा था और फिर मैंने उससे मदद मांगी, इसके बाद हमारा एक दूसरे के यहां आना-जाना शुरू हो गया.
काम के जरिए बढ़ी नजदीकियां: महिला ने कहा कि कभी किसी काम से जाना के लिए गाड़ी की जरूरत हो या कुछ सामान मंगवाना हो. गैस की टंकी खाली हो गई हो या चाय और खाना बनाना हो. इस तरह से दोस्ती हो गई, इस दौरान कुछ पैसे उसने खर्च किए, तो कुछ मैंने. आमतौर पर दोस्ती में यह सब कुछ होता है, घटना वाले दिन मैंने उसे कॉल किया. मैंने उसे बताया कि मैं मरते-मरते बची हूं, तो उसने बिल्कुल अनजान बनते हुए मुझसे बात की थी. महिला ने बताया कि वह पहले बुटीक में काम करती थी, फिर मेकअप आर्टिस्ट का काम करने लगी.
महिला मित्र ने की फांसी की सजा की मांग: महिला मित्र ने बताया कि, मैं बहुत छोटी थी तब पापा नहीं रहे. मम्मी हाउसवाइफ है, हादसे वाले दिन ही मम्मी आई थीं. अगर वह नहीं आती, तो मैं इस हादसे में मर जाती. शुरू में मुझे लगा कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी होगी, फिर जब पुलिस ने मुझे फुटेज दिखाए तो मेरे रोंगटे खड़े हो गए. उसे फांसी की सजा होनी चाहिए, अगर फांसी ना हो तो जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके हवाले कर देना चाहिए. मैंने थाने में भी यह कह दिया था कि आप मुझे उसके सामने खड़ा कर दो और कह दो कि मुझे जला दे. मेरी वजह से इतने लोगों की जान चली गई. घटना वाले दिन इसके बहुत फोन आ रहे थे, रात को भी फोन आ रहे थे.
शराब पीने के बाद करता था हरकत: आरोपी की महिला मित्र ने पुलिस को बताया कि मेरे घरवालों और मंगेतर को संजय से बात करना पसंद नहीं था, तो मैंने संजय को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया था. रात को 1 बजे भी उसका फोन आया था, तो मुझे गाली देकर कहा था कि मेरे पैसे खा गई. महिला ने बताया कि मेरे पास पूरी रिकॉर्डिंग है, शराब पीने के बाद वह ऐसी हरकत करता था, नॉर्मल ऐसी हरकत नहीं करता था. फिर हम लाइट बंद करके सो गए, हमारी गैलरी और खिड़की हमेशा खुली रहती है. एकदम खिड़की में से आग और धुंआ आया, मम्मी ने मुझे उठाया और कहा कि देखो कूलर में आग लग गई. मैंने जाकर देखा तो नीचे आग लग गई थी, मैंने सब को उठाया और हम किचन में चले गए.
महिला ने पुलिस को हर पहलू की दी जानकारी: महिला ने बताया कि इसके बाद हमने सब पड़ोसियों को उठाया और सब पानी डालने लगे. अगर मैं उस दिन सबको नहीं उठाती, तो आसपास की मल्टी में भी आग लग जाती. अगर हम 10 मिनट और अंदर रहते, तो हमारी भी दम घुट कर मौत हो जाती. इसके बाद आसपास के रहवासियों ने हमें रस्सी बांधकर नीचे उतारा, वहीं आरोपी की महिला मित्र ने यह भी कहा कि, जो 7 लोग चले गए उनकी जगह अगर मैं मर जाती तो ऐसा कुछ नहीं होता. उनको इस लड़के का सुराग नहीं मिलता, क्योंकि मकान मालिक तो उसे पहचानने से साफ इंकार कर गया था. मैंने ही पुलिस को उससे जुड़ी हर जानकारी दी, मुझे पुलिस ने बुलाया था. उन्होंने मुझसे कुछ सवाल पूछे, फिर मुझे सीसीटीवी फुटेज दिखाए और गाड़ी और लड़के के बारे में पूछा. मैंने कहा, हां मैं इसे जानती हूं, यह संजय है और यही नीचे ही रहता था. फिर पुलिस ने घर से मेरा मोबाइल मंगाया और उससे जुड़ी सारी जानकारी ले ली.
युवती बनकर महिला मित्र के मंगेतर से करता था बात: आरोपी की महिला मित्र ने पुलिस को यह भी बताया कि, जब उसे पता चला कि मेरा मंगेतर उससे अच्छा है. तो उसने बहुत विवाद किया, बीच में लड़ाई हुई थी, तो मकान मालिक इंसाफ पटेल भी आए थे. उन्होंने तब उससे मकान खाली नहीं करवाया, फिर वह वापस आ गया था. उनसे माफी मांग ली थी, तो मुझे लगा था दोस्ती में चलता रहता है. मुझे नहीं पता था कि वह मेरे मोबाइल से मेरे होने वाले मंगेतर का नंबर निकाल कर उसे लड़की बनकर मैसेज करेगा. उसने दिल्ली की किसी लड़की के साथ अश्लील वीडियो बना रखी थी, उसका थोड़ा सा क्लिप मेरे मंगेतर को भेज दिया. उससे कहा कि वह मैं रिंकी हूं, इसके बाद मेरा मंगेतर आया और मुझे डांटा-मारा और रिश्ता तोड़ने की बात कही. मैंने उससे पूछा कि मुझे वह वीडियो दिखाओ, मैं अगर उस में हूं तो जरूर बताऊंगी. मैंने पहले ही संजय के मोबाइल में वो क्लिपिंग देख रखी थी, इसलिए मैंने अपनी बहन और बाकी सब को बताया कि, यही संजय ही है, जो लड़की बन कर बात करता है.
हैक कर लिया फोन: आरोपी की महिला मित्र ने पुलिस को यह भी बताया कि वह काफी शातिर है, उसने पहले भावनात्मक रूप से मुझसे दोस्ती की और इसके बाद आर्थिक रूप से मजबूत करने का झांसा देकर मेरे करीब आ गया. आरोपी ने महिला मित्र को शेयर मार्केट में किस तरह से काम करना है, इसके बारे में भी जानकारी दी. इसके बाद आरोपी ने महिला मित्र के मोबाइल में एक ऐप डाउनलोड किया और उस ऐप के जरिए महिला मित्र का फोन हैक कर लिया. फिर खुद ने ही पैसे उड़ा दिए या ट्रांसफर कर लिए मुझे नहीं पता. इसके बाद उसके पास लड़ने का कुछ बहाना नहीं था, तो बार-बार कहने लगा कि पैसे दे पैसे दे. मेरे मंगेतर हर मामले में सक्षम है, मैं इसके पैसे क्या करूंगी. यह मेरे मंगेतर को देखकर बहुत जलता है, उसे इस बात की जलन थी कि मैंने उसे इसके बारे में सब कुछ कह दिया था. उसने बताया कि वह मुझे रोज फोन करता था, 6 महीने से मुझे धमकी दे रहा है तेजाब फेंकने, चाकू मारने, मुझे फंसाने की धमकी दे रहा था. आरोपी की हरकतों से महिला मित्र भी काफी परेशान हो गई थी.
युवक-युवतियों को किराए पर कमरा दिया जाता था: वही महिला मित्र ने यह भी बताया कि मकान मालिक काफी लालची है. कहीं भी मकान लेने जाते हैं, तो कुछ नियम कायदे होते हैं. लेकिन हमारे मकान मालिक के किसी तरह के कोई नियम कायदे नहीं थे. वह सिंगल लड़के और लड़कियों को मकान दे देता था, वह किसी भी फैमिली वाले को मकान नहीं देता था. इसमें मकान मालिक की भी गलती है, जब पहली गर्लफ्रेंड से संजय की लड़ाई हुई तब लड़की ने उसके कपड़े फाड़ दिए थे. उसे तभी मकान खाली करवा लेना था, लेकिन मकान मालिक ने ऐसा नहीं किया. इसमें थोड़ी-थोड़ी गलती सभी की है, कुछ मकान मालिक की गलती, कुछ वहां के लोग भी ऐसे ही हैं. कुछ ध्यान नहीं देते, कि क्या चल रहा है, वहां ज्यादातर काम गलत ही होते हैं. उसकी पुरानी गर्लफ्रेंड ने मुझे बताया था, कि इस से बच कर रहना यह फ्रॉड है. जिसने मुझे भी मारपीट की थी, उसके निशान तक है. इस तरह के बयान आरोपी की महिला मित्र ने पुलिस को दिए हैं और पुलिस ने आरोपी की महिला मित्र को गवाह भी बनाया है. फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस लगातार पूछताछ करने में जुटी हुई है. वहीं आरोपी 15 तारीख तक पुलिस रिमांड पर है, इस दौरान पुलिस विभिन्न तरह के सबूत इकट्ठा करने में भी जुटी हुई है.