इंदौर. प्रदेश भर में भीषण महामारी बन चुके कोरोना के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए इंदौर में अब शादियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है. यह पहला मौका है जब शादियों के सीजन के ऐन पहले जिला प्रशासन ने संक्रमण बढ़ने की आशंका के चलते शादियों और विवाह समारोह को प्रतिबंधित करना पड़ा है. ऐसा करने वाला इंदौर देश का पहला शहर बन गया है.
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नहीं मिलेगी शादी की परमीशन
सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ हुई कोरोना संक्रमण की समीक्षा बैठक के बाद इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा जिले में शादी को लेकर किसी भी तरह की अनुमति नहीं दी जाएगी. कलेक्टर ने कहा कि यदि किसी की शादी का मुहूर्त हाल ही के दिनों में तय है तो वे लोग फिलहाल शादी की तारीख को आगे बढ़ा दें. उन्होंने साफ किया कि शादियों पर प्रतिबंध के बावजूद भी अगर कोई परमीशन के बिना भी शादी करता है तो तो वह संक्रमण फैलाने का काम करेगा. वह खुद के परिवार सहित कई और परिवारों को संकट में डाल देगा. कले्क्टर ने यह फैसला इंदौर में सामने आए अबतक के सबसे ज्यादा 1698 नए पॉजिटिव मरीजों के सामने आने के बाद किया है.
30 अप्रैल तक घर से बाहर न निकलें
कलेक्टर ने बताया कि इंदौर में अस्पतालों की हालत काफी खराब है. हॉस्पिटल अपनी कैपेसिटी के मुताबिक पूरे भरे हुए हैं. ऐसे में अगर संक्रमण को नहीं रोका गया तो इस भयंकर महामारी में लोगों को अस्पताल और इलाज उपलब्ध नहीं करा सकते है.कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा यदि किसी ने शादी की तो आप मानकर चलिए कि आप अपने खुद के परिवार के साथ कई लोगों को संकट में डालेंगे. उन्होंने कहा कि अभी 30 अप्रैल तक कोई कोई घर से बाहर न निकले. उन्होंने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि अस्पतालों में बेड फुल हैं. जिस प्रकार से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है किसी भी देश में इस प्रकार से मेडिकल व्यवस्था नहीं हो सकती कि इतने मरीजों को आईसीयू और एचडीयू बेड उपलब्ध करवाया जा सके.
पहले मिली परमीशन भी कैंसल
दरअसल कोरोना संक्रमण के कारण बीते साल जो वर-वधू शादी नहीं कर पाए थे उनकी शादियों के मुहूर्त इस बार निकले हैं. तमाम तैयारियों के बाद 22 अप्रैल से शुरू हो रहे शादी के सीजन में होने वाली उनकी शादियां एक बार फिर खटाई में पड़ गई हैं. हालांकि अब तक सेंट्रल गाइडलाइन के हिसाब से शादियों में 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति थी लेकिन सोमवार को जब राज्य शासन ने तमाम तरह के आयोजनों से संक्रमण फैलने की आशंका जताई तो इंदौर जिला प्रशासन ने अब तक दी गई शादियों की तमाम अनुमति भी निरस्त कर दी हैं.