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इंदौर जिले का हर छठवां बच्चा कुपोषण का शिकार, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

इंदौर जिले में बच्चों की कुल आबादी में हर छठवां बच्चा कुपोषित बताया गया है. जिससे जिले के स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. इंदौर जिले में सबसे ज्यादा कुपोषण महू क्षेत्र में बताया गया है.

कुपोषण
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Published : Sep 3, 2019, 11:57 PM IST

इंदौर। जिले में स्वास्थ्य विभाग से बड़ा खुलासा हुआ है. बताया गया है कि इंदौर जिले में बच्चों की कुल आबादी में हर छठवां बच्चा कुपोषण का शिकार है. जिले में सर्वाधिक कुपोषण महू क्षेत्र में है, जहां के मानपुर समेत आसपास के वन्य आच्छादित ग्रामों में अभी भी कई बच्चे कुपोषण से जूझ रहे हैं. कुपोषण के कारण कई नौनिहालों की जिंदगी खतरे में है, हालांकि अब अन्य तमाम विभागों के साथ मिलकर महिला एवं बाल विकास विभाग कुपोषण के खिलाफ अभियान चला रहा है.

इंदौर जिले का हर छटवां बच्चा कुपोषण का शिकार

फिलहाल इस स्थिति की रोकथाम के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तमाम बच्चों को पोषण आहार समेत स्वास्थ्य सेवाएं देने की व्यवस्था कर रखी है. जिसे लेकर विभिन्न अभियान भी चलाए जा चुके हैं, लेकिन इन तमाम प्रयासों के बावजूद अभी भी बड़ी संख्या में कुपोषित बच्चे मौजूद हैं.

महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी डॉ. सीएल पासी ने बताया कि कुपोषण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. जिन्हें रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से जुटा हुआ है. अब कृषि समेत करीब चार अन्य विभागों को पोषण अहार अभियान में शामिल कर कुपोषण के खिलाफ नए सिरे से मुहिम की तैयारी की जा रही है. इसे लेकर इंदौर जिला कलेक्ट्रेट में महिला बाल विकास विभाग के अमले में नए सिरे से रणनीति भी बनाई है.

इंदौर। जिले में स्वास्थ्य विभाग से बड़ा खुलासा हुआ है. बताया गया है कि इंदौर जिले में बच्चों की कुल आबादी में हर छठवां बच्चा कुपोषण का शिकार है. जिले में सर्वाधिक कुपोषण महू क्षेत्र में है, जहां के मानपुर समेत आसपास के वन्य आच्छादित ग्रामों में अभी भी कई बच्चे कुपोषण से जूझ रहे हैं. कुपोषण के कारण कई नौनिहालों की जिंदगी खतरे में है, हालांकि अब अन्य तमाम विभागों के साथ मिलकर महिला एवं बाल विकास विभाग कुपोषण के खिलाफ अभियान चला रहा है.

इंदौर जिले का हर छटवां बच्चा कुपोषण का शिकार

फिलहाल इस स्थिति की रोकथाम के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग, स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तमाम बच्चों को पोषण आहार समेत स्वास्थ्य सेवाएं देने की व्यवस्था कर रखी है. जिसे लेकर विभिन्न अभियान भी चलाए जा चुके हैं, लेकिन इन तमाम प्रयासों के बावजूद अभी भी बड़ी संख्या में कुपोषित बच्चे मौजूद हैं.

महिला एवं बाल विकास विभाग अधिकारी डॉ. सीएल पासी ने बताया कि कुपोषण के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. जिन्हें रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से जुटा हुआ है. अब कृषि समेत करीब चार अन्य विभागों को पोषण अहार अभियान में शामिल कर कुपोषण के खिलाफ नए सिरे से मुहिम की तैयारी की जा रही है. इसे लेकर इंदौर जिला कलेक्ट्रेट में महिला बाल विकास विभाग के अमले में नए सिरे से रणनीति भी बनाई है.

Intro:प्रदेश में कुपोषण की रोकथाम के तमाम प्रयासों के बावजूद पश्चिमी मध्य प्रदेश के इंदौर समेत कई जिले ऐसे हैं जहां कुपोषण के कारण कई नौनिहालों की जिंदगी खतरे में है हालांकि अब अन्य तमाम विभागों के साथ मिलकर महिला एवं बाल विकास विभाग कुपोषण के खिलाफ अभियान चला रहा है


Body:इंदौर में कुपोषण की हालत यह है कि बच्चों की कुल आबादी में से हर छठवा बच्चा कुपोषण से जूझ रहा है जिले में सर्वाधिक कुपोषण महू क्षेत्र में है जहां के मानपुर समेत आसपास के वन्य आच्छादित ग्रामों में अभी भी कई बच्चे कुपोषण से जूझ रहे हैं फिलहाल इस स्थिति की रोकथाम के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग समेत स्वास्थ्य और स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तमाम बच्चों को पोषाहार समेत स्वास्थ्य सेवाएं देने की व्यवस्था कर रखी है जिसे लेकर विभिन्न अभियान भी चलाए जा चुके हैं लेकिन इन तमाम प्रयासों के बावजूद अभी भी बड़ी संख्या में कुपोषित बच्चे मौजूद हैं यह आजा अब कृषि समेत करीब चार अन्य विभागों को पोषाहार अभियान में शामिल कर उपोषण के खिलाफ नए सिरे से मुहिम की तैयारी की जा रही है इसे लेकर आज इंदौर जिला कलेक्ट्रेट में महिला बाल विकास विभाग के अमले में नए सिरे से रणनीति भी बनाई


Conclusion:डॉ सी एल पासी जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास इंदौर
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