ईटीवी भारत डेस्क: किसी भी शुभ कार्य की शुरुआत भगवान गणेश की पूजा से की जाती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुधवार के दिन कोई भी काम शुरू करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है. जिन लोगों की कुंडली में बुध कमजोर होता है उन्हें बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश की पूजा करनी चाहिए. ऐसा करने से कुंडली में बुध ग्रह की स्थिति शुभ हो जाती है. बुधवार को गणेश जी (Ganesh worship on wednesday) की पूजा करने से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं और घर में समृद्धि आती है. वैसे तो भगवान गणेश के कई नाम प्रचलित हैं, ऐसा ही (Lord Ganesha name Sumukh) एक नाम है सुमुख, आइए जानते हैं सुमुख नाम की महिमा.
सुमुख (Lord Ganesha name Sumukh) के शाब्दिक अर्थ के मुताबिक ही सुंदर मुख वाले, दर्शन करने वाले के मन को प्रसन्नता से भर देने वाले भगवान गणेश गणपति (Lord Ganesha) का ये नाम हमें मन की शांति प्रदान करने और नित नवीनता के लिए प्रेरित करता है. कहा जाता है कि भगवान गणेश के मस्तक पर चंद्र देव विराजित होते हैं या चंद्र के समान शीतल तेज उनसे लगातार प्रवाहित होता है. उनके मुख मंडल की आभा शुभ और शांति का प्रतीक मानी जाती है.
भगवान गणेश के सुमुख रूप और नाम का जाप करते हुए 'ॐ सौभाग्य प्रदाय धन-धान्ययुक्ताय लाभाय नम:' मंत्र को भी उच्चारित करने से सौभाग्य और धन लाभ होता है. खास तौर पर बुधवार के दिन लाल पुष्प के साथ भगवान सुमुख की पूजा अराधना को विशेष फल दायक माना जाता है. भगवान गणपति सभी गणों में प्रथम, सभी विघ्नों को हरने वाले हैं और तनाव, उलझन से निकालकर शांति और प्रसन्नता भी प्रदान करते हैं.
वैसे तो भगवान गणेश की पूजा (Budhwar ko ganesh ji ki puja) में खास फूलों का इस्तेमाल किया जाए तो ज्यादा शुभ होता है। इसके साथ ही दिन के आधार पर भी गणेश जी के पसंदीदा पुष्प बताए गए हैं. ऐसा कहा जाता है कि सोमवार और शुक्रवार को सफेद रंग के फूल, शनिवार को नीले रंग के फूल, रविवार को सफेद रंग के फूल चढ़ाने की मान्यता है. इसके अलावा मंगलवार के दिन गेंदें का फूल, बुधवार को गुड़हल और गुरुवार को दूर्वा का फूल चढ़ाना चाहिए.
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