इंदौर। इंदौर विकास प्राधिकरण के खिलाफ किसानों का गुस्सा कम नहीं हो रहा है, इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर प्रस्तावित अंतरराज्यीय बस टर्मिनल के विरोध में किसानों ने मंगलवार को इंदौर विकास प्राधिकरण कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर नारेबाजी की. सुपर कॉरिडोर पर प्रस्तावित आईएसबीटी का मुख्यमंत्री कमलनाथ का भूमि पूजन प्रस्तावित है.
भूमि पूजन के विरोध में किसान सड़कों पर उतर आए हैं. किसानों का आरोप है कि 2011 में आईडीए ने आईएसबीटी के लिए करीब 500 किसानों की 500 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया था. जिनमें से 150 किसानों की जमीन का इस्तेमाल आईएसबीटी के लिए किया जाना है. इस जमीन अधिग्रहण के बदले में किसानों को अधिग्रहित की गई जमीन का 21 फीसदी हिस्सा विकसित प्लाट के तौर पर दिया जाना है.
किसानों का आरोप है कि टाउन एंड कंट्री प्लानिंग के नियमों के मुताबिक तीन साल तक कोई योजना धरातल पर नहीं उतरी तो योजना खुद ही समाप्त हो जाती है. लिहाजा, अब आईडीए का जमीन पर कोई हक नहीं बनता है. इसके अलावा जिस जगह विकसित प्लाट दिए जा रहे हैं, वहां का मालिकाना हक भी आईडीए के पास नहीं है. किसानों ने आईडीए पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है और कहा कि जब तक उचित मुआवजा नहीं मिलेगा, तब तक आईएसबीटी नहीं बनाने दिया जाएगा.