इंदौर। एक तरफ सरकारें विकास के दावे करती हैं, जिसका फायदा लोगों को मिल सके. लेकिन जब एक गर्भवती महिला को अपने गांव से अस्पताल तक पहुंचने के लिए सड़क न होने के चलते बीच रास्ते में बच्चे को जन्म देना पड़े, तो विकास के इन दावों की पोल खुल जाती है. जी हां एक ऐसा ही एक मामला सामने आया है इंदौर के देपालपुर क्षेत्र से. जहां सड़क न होने की वजह से एक गर्भवती महिला समय से अस्पताल नहीं पहुंच पाई और बीच रास्ते में ही उसकी डिलिवरी करानी पड़ी.
देपालपुर से चंद कदमों की दूरी पर बने एक तालाब के किनारे मजदूरों के कई परिवार रहते हैं. लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए एक अदद सड़क तक नहीं है. यहां पर रहने वाले कालू की गर्भवती पत्नी को अचानक दर्द हुआ. महिला को अस्पताल तक ले जाने के लिए जननी एक्सप्रेस को बुलाया. लेकिन कीचड़ भरे रास्ते से जननी एक्सप्रेस गांव तक तय समय से पहुंच ही नहीं पाई.
जननी एक्सप्रेस जब गर्भवती महिला को लेकर अस्पताल आ रही थी तभी. तभी रास्ते में उसे तेज दर्ज हुआ. जिसके चलते सड़क पर ही महिला की डिलेवरी करानी पड़ी. एक तरफ देश तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है. तो दूसरी तरफ आजादी के दशकों बाद भी कई क्षेत्र आज भी विकास की बाट जोह रहे हैं. यही वजह है कि इस तरह के मामले शासन और प्रशासन के विकास के दावों की पोल खोलकर रख देते हैं.