इंदौर। अपने इंदौर दौरे पर ज्योतिरादित्य सिंधिया कैलाश विजयवर्गीय की गैर मौजूदगी के बावजूद उनके घर भोजन करने पहुंचे थे. जिस पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा है कि कैलाश विजयवर्गीय ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने कद का नेता नहीं मानते हैं. यही वजह है कि उन्होंने घर रहकर सिंधिया का स्वागत करना उचित नहीं समझा. इतना ही नहीं कैलाश के परिजनों ने सिंधिया को भोजन कराने की जगह नाश्ता कराकर विदा कर दिया.
दरअसल अपने उज्जैन और इंदौर दौरे के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के घर भोजन पर पहुंचे. लेकिन ऐन मौके पर कैलाश विजयवर्गीय को कोलकाता जाना पड़ा. हालांकि ज्योतिरादित्य सिंधिया विजयवर्गीय की गैरमौजूदगी के बावजूद उनके घर पहुंचे. जहां कैलाश के बेटे और बीजेपी विधायक आकाश विजयवर्गीय ने सिंधिया का स्वागत किया.
कांग्रेस ने कसा तंज
कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने सवाल उठाते हुए कहा है कि कैलाश विजयवर्गीय की गैर मौजूदगी के बावजूद उनके परिजनों ने सिंधिया को भोजन कराने की जगह नाश्ता करा कर विदा कर दिया. भोजन के स्थान पर नाश्ते के प्रमाण स्वरूप यादव ने सिंधिया की थाली और उसमें परोसी गई डिसेज के फोटो और वीडियो वायरल किए हैं.
इधर इस मामले पर कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गीय का वह बयान भी वायरल किया जा रहा है. जिसमें उन्होंने सिंधिया को मिठाइयां, लड्डू और कचोरी आदि परोसे जाने का जिक्र किया है. कांग्रेस का आरोप है कि बिना भोजन के ही सिंधिया को विदा करने के बाद विजयवर्गीय ने सिंधिया के सामने अपना महत्व दर्शा दिया है.