इंदौर। कोरोना महामारी के संकटकाल ने परेशान किसान और इनके साथ हो रहीं मंडी में धोखाधडी की लगातार बढ़ती शिकायत पर इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने किसानों को आश्वासन दिया है कि उनकी उपज समर्थन मूल्य पर ही खरीदी जाएगी. लॉकडाउन और कर्फ्यू के दौरान तमाम परेशानियां झेलकर अपनी उपज बेचने मंडियों में पहुंचने वाले किसानों को अब समर्थन मूल्य पर ही अपनी उपज का भुगतान मिलेगा.
दरअसल हाल ही में इंदौर की सांवेर कृषि उपज मंडी में कई किसानों को समर्थन मूल्य से भी कम राशि का भुगतान किया जा रहा था. इसके बाद ये मामला गरमा गया था और शिकायत कलेक्टर तक पहुंच गई, जिस पर कलेक्टर ने संज्ञान लिया और सभी को समर्थन मूल्य पर ही खरीद करने के निर्देश दिए.
किसान की उपज को बताया अमानक
राज्य सरकार द्वारा इस वर्ष गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 1925 रुपए प्रति क्विंटल तय किया गया है, जबकी सांवेर मंडी में गेहूं लेकर आए किसानों की उपज को खराब एवं मिट्टी और मिलावट आदि का दर्जा कर समर्थन मूल्य से भी कम राशि का भुगतान किया जा रहा था. यहां पर टोकन के द्वारा किसानों की उपज की बोली 1500 रुपए से 1741 रुपए लगाई गई.
होगी कठोर कर्रवाई
नाराज किसानों ने मंडी में विरोध प्रदर्शन किया था, इसके बाद जल संसाधन मंत्री एवं स्थानीय विधायक ने मंडी पहुंचकर समर्थन मूल्य पर ही खरीदने के निर्देश दिए थे. हालांकि अब जिला प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी किसान की उपज समर्थन मूल्य पर ही खरीदी जाएगी. जो व्यापारी गड़बड़ी करेंगे उनके खिलाफ सीधे एफआइआर दर्ज की जाएगी.