ETV Bharat / city

शुभफलदायक: अक्षय तृतीया पर ग्रहों का संयोग है बहुत शुभफलदायी, जानिये महत्व व पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त

ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस दिन (Akshaya tritiya 3 may 2022) सूर्य, चंद्रमा एवं शुक्र उच्च राशि में होंगे, तो वहीं गुरु और शनि अपनी स्वराशि में होंगे. अक्षय तृतीया पर ग्रहों का ऐसा गोचर धन, समृद्धि और निवेश के लिए बहुत ही शुभफलदायी है. इस कारण से इस तिथि में जप, तप, दान, शादी-ब्याह और मांगलिक कार्य करना बहुत ही शुभ होगा.

akshaya tritiya 3 may 2022
अक्षय तृतीया 3 मई 2022
author img

By

Published : Apr 29, 2022, 6:38 AM IST

ईटीवी भारत डेस्क : हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया को बहुत शुभ माना गया है. पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया (Akshaya tritiya 3 may 2022) को अक्षय तृतीया का पावन पर्व मनाया जाता है. अक्षय तृतीया के दिन शुभ कार्य करने का विशेष महत्व है. इस दिन मांगलिक कार्य, शादी-विवाह, बहू का प्रथम बार चौका छूना, मुंडन, छेदन और व्यापार का प्रारंभ सारे शुभ कार्य किए जाते हैं. साथ ही सोना या सोने के आभूषण खरीदने का बड़ा महत्व होता है. इसी दिन भगवान परशुराम जयंती (Lord Parshuram jayanti) भी मनाई जाएगी. इस तिथि में किये गये जप, तप, दान का फल अक्षय होता है, इसीलिए इस तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है. इस तिथि को स्वंय सिद्ध मुहूर्त माना गया है. इस कारण से इस तिथि में शादी-ब्याह खूब होते हैं.

अक्षय तृतीया का महत्व : ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि आज के दिन जो भी मनुष्य अच्छे कर्म करेगा उसके घर में धन समृद्धि का वास होगा. उन्होंने कहा कि आज के दिन लक्ष्मी जी की पूजा विशेष तौर पर की जाती है जिस तरीके से दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन होता है ठीक उसी प्रकार आज के दिन लक्ष्मी जी की पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है. अक्षय तृतीया के दिन हर कोई चाहता है कि वो ज्यादा से ज्यादा धन संपत्ति खरीदे, जिससे उसका धन वैभव हमेशा बरकरार रहे. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और पूजा करने से लक्ष्मी का वास हमेशा घर में बना रहता है. इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. पंडित जी बताते हैं कि आज के दिन सोने या चांदी की कोई भी वस्तु या आभूषण खरीदने से शुभ होता है. आज का दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन को भगवान परशुराम की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है.

ये भी पढ़ें: शनि, राहु, केतु, सूर्य, शुक्र, मंगल की लगातार बदल रही है चाल, इन राशियों पर है साढ़ेसाती और ढैय्या का असर

अक्षय तृतीया पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त: तृतीया तिथि 3 मई को प्रातः 5:39 मिनट से प्रारंभ होकर अगले दिन प्रातः 07:32 मिनट तक रहेगी. अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त प्रातः 5:39 से दिन 12:17 मिनट तक श्रेष्ठ है. भगवान परशुराम का अवतार अक्षय तृतीया की तिथि में ही अहराह्न में हुआ था, इसलिए अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती भी 3 मई को ही मनाई जायेगी. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अक्षय तृतीया स्वयं सिद्ध एवं अबूझ मुहूर्त है. इसमें विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यापार आदि सभी कार्य किये जा सकते हैं. परशुराम जयंती, त्रेतायुग का प्रारंभ इसी तिथि को हुआ था. इसे युगादि तिथि भी कहते हैं. इस दिन भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है. भगवान विष्णु के नर नारायण, हयग्रीव अवतार इसी दिन हुआ था. भगवान ब्रह्मा के पुत्र अक्षय कुमार का जन्म भी इसी दिन हुआ था. श्रीबद्रीनारायण के पट भी इसी दिन खुलते हैं और वृंदावन में श्रीबिहारी के चरणों को दर्शन वर्ष में इसी दिन होता है.

ये भी पढ़ें:फेमस बॉलीवुड के एस्ट्रॉलजर खुराना जी से जाने अपना संपूर्ण राशिफल

इस तिथि में किया गया दान होता है अक्षय: ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अक्षय तृतीया पर तीर्थो में स्नान, जप, तप, हवन आदि शुभ कार्याें का अनंत फल मिलता है. इस दिन किया गया दान अक्षय यानि की जिसका क्षय न हो माना जाता है. इस दिन जल से भरा कलश, पंखा, छाता, गाय, चरण-पादुका, स्वर्ण, भूमि, गुड़, घी,गौ, अन्न तिल और कपड़ों आदि का दान सर्वश्रेष्ठ रहता है. मंदिरों में जल से भरा कलश एवं खरबूज चढ़ाया जाता है. पुराणों में भी इस दिन का वर्णन है. इस दिन व्यापारी अपने खातों की पूजन भी करते है. अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर हमें धार्मिक कार्यों के लिए अपनी कमाई का कुछ हिस्‍सा दान करना चाहिए. ऐसा करने से हमारी धन और संपत्ति में कई गुना इजाफा होता है.

ग्रहों की स्थिति अक्षय तृतीया को बनाएगी शुभ : ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के मुताबिक इस बार अक्षय तृतीया पर ग्रहों का ऐसा संयोग बना है जो इस दिन को और भी शुभ व प्रभावशाली बना रहा है. इस दिन पांच ग्रह बलवान स्थिति में होंगे. इस दिन सूर्य, चंद्रमा एवं शुक्र उच्च राशि में होंगे, तो वहीं गुरु और शनि अपनी स्वराशि में होंगे. अक्षय तृतीया पर ग्रहों का ऐसा गोचर धन, समृद्धि और निवेश के लिए बहुत ही शुभफलदायी है. इस कारण से इस तिथि में जप, तप, दान, शादी-ब्याह और मांगलिक कार्य करना बहुत ही शुभ होगा. Akshaya tritiya date time 3 may 2022 puja vidhi

ये भी पढ़ें: लव, किस्मत, पैसा मिलेगा सिर्फ इन राशियों को, देवगुरु के राशि परिवर्तन से

ईटीवी भारत डेस्क : हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया को बहुत शुभ माना गया है. पंचांग के अनुसार, हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया (Akshaya tritiya 3 may 2022) को अक्षय तृतीया का पावन पर्व मनाया जाता है. अक्षय तृतीया के दिन शुभ कार्य करने का विशेष महत्व है. इस दिन मांगलिक कार्य, शादी-विवाह, बहू का प्रथम बार चौका छूना, मुंडन, छेदन और व्यापार का प्रारंभ सारे शुभ कार्य किए जाते हैं. साथ ही सोना या सोने के आभूषण खरीदने का बड़ा महत्व होता है. इसी दिन भगवान परशुराम जयंती (Lord Parshuram jayanti) भी मनाई जाएगी. इस तिथि में किये गये जप, तप, दान का फल अक्षय होता है, इसीलिए इस तिथि को अक्षय तृतीया कहा जाता है. इस तिथि को स्वंय सिद्ध मुहूर्त माना गया है. इस कारण से इस तिथि में शादी-ब्याह खूब होते हैं.

अक्षय तृतीया का महत्व : ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि आज के दिन जो भी मनुष्य अच्छे कर्म करेगा उसके घर में धन समृद्धि का वास होगा. उन्होंने कहा कि आज के दिन लक्ष्मी जी की पूजा विशेष तौर पर की जाती है जिस तरीके से दीपावली के दिन लक्ष्मी पूजन होता है ठीक उसी प्रकार आज के दिन लक्ष्मी जी की पूजा कर उन्हें प्रसन्न किया जाता है. अक्षय तृतीया के दिन हर कोई चाहता है कि वो ज्यादा से ज्यादा धन संपत्ति खरीदे, जिससे उसका धन वैभव हमेशा बरकरार रहे. इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है और पूजा करने से लक्ष्मी का वास हमेशा घर में बना रहता है. इस दिन सोना खरीदना बहुत शुभ माना जाता है. पंडित जी बताते हैं कि आज के दिन सोने या चांदी की कोई भी वस्तु या आभूषण खरीदने से शुभ होता है. आज का दिन इसलिए भी खास है क्योंकि इस दिन को भगवान परशुराम की जयंती के रूप में भी मनाया जाता है.

ये भी पढ़ें: शनि, राहु, केतु, सूर्य, शुक्र, मंगल की लगातार बदल रही है चाल, इन राशियों पर है साढ़ेसाती और ढैय्या का असर

अक्षय तृतीया पूजन का श्रेष्ठ मुहूर्त: तृतीया तिथि 3 मई को प्रातः 5:39 मिनट से प्रारंभ होकर अगले दिन प्रातः 07:32 मिनट तक रहेगी. अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त प्रातः 5:39 से दिन 12:17 मिनट तक श्रेष्ठ है. भगवान परशुराम का अवतार अक्षय तृतीया की तिथि में ही अहराह्न में हुआ था, इसलिए अक्षय तृतीया, परशुराम जयंती भी 3 मई को ही मनाई जायेगी. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अक्षय तृतीया स्वयं सिद्ध एवं अबूझ मुहूर्त है. इसमें विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यापार आदि सभी कार्य किये जा सकते हैं. परशुराम जयंती, त्रेतायुग का प्रारंभ इसी तिथि को हुआ था. इसे युगादि तिथि भी कहते हैं. इस दिन भगवान विष्णु एवं लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है. भगवान विष्णु के नर नारायण, हयग्रीव अवतार इसी दिन हुआ था. भगवान ब्रह्मा के पुत्र अक्षय कुमार का जन्म भी इसी दिन हुआ था. श्रीबद्रीनारायण के पट भी इसी दिन खुलते हैं और वृंदावन में श्रीबिहारी के चरणों को दर्शन वर्ष में इसी दिन होता है.

ये भी पढ़ें:फेमस बॉलीवुड के एस्ट्रॉलजर खुराना जी से जाने अपना संपूर्ण राशिफल

इस तिथि में किया गया दान होता है अक्षय: ज्योतिषाचार्य ने बताया कि अक्षय तृतीया पर तीर्थो में स्नान, जप, तप, हवन आदि शुभ कार्याें का अनंत फल मिलता है. इस दिन किया गया दान अक्षय यानि की जिसका क्षय न हो माना जाता है. इस दिन जल से भरा कलश, पंखा, छाता, गाय, चरण-पादुका, स्वर्ण, भूमि, गुड़, घी,गौ, अन्न तिल और कपड़ों आदि का दान सर्वश्रेष्ठ रहता है. मंदिरों में जल से भरा कलश एवं खरबूज चढ़ाया जाता है. पुराणों में भी इस दिन का वर्णन है. इस दिन व्यापारी अपने खातों की पूजन भी करते है. अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर हमें धार्मिक कार्यों के लिए अपनी कमाई का कुछ हिस्‍सा दान करना चाहिए. ऐसा करने से हमारी धन और संपत्ति में कई गुना इजाफा होता है.

ग्रहों की स्थिति अक्षय तृतीया को बनाएगी शुभ : ज्योतिषाचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री के मुताबिक इस बार अक्षय तृतीया पर ग्रहों का ऐसा संयोग बना है जो इस दिन को और भी शुभ व प्रभावशाली बना रहा है. इस दिन पांच ग्रह बलवान स्थिति में होंगे. इस दिन सूर्य, चंद्रमा एवं शुक्र उच्च राशि में होंगे, तो वहीं गुरु और शनि अपनी स्वराशि में होंगे. अक्षय तृतीया पर ग्रहों का ऐसा गोचर धन, समृद्धि और निवेश के लिए बहुत ही शुभफलदायी है. इस कारण से इस तिथि में जप, तप, दान, शादी-ब्याह और मांगलिक कार्य करना बहुत ही शुभ होगा. Akshaya tritiya date time 3 may 2022 puja vidhi

ये भी पढ़ें: लव, किस्मत, पैसा मिलेगा सिर्फ इन राशियों को, देवगुरु के राशि परिवर्तन से

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.