इंदौर। जिला कलेक्टर के निर्देशन में भूमाफिया, आपराधिक तत्वों और शराब का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इसी सिलसिले में सोमवार को जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस और आबकारी विभाग के अमले ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से शराब मुहैया करने वाले चार ढाबों को ध्वस्त किया. यह कार्रवाई अवैध रूप से शराब विक्रय करने की शिकायत के आधार पर की गई.
शिकायत पर की गई कार्रवाई
इंदौर कलेक्टर को शिकायत मिली थी कि शहर के कई ढाबों और होटलों में अवैध रूप से ग्राहकों को शराब दी जा रही है. इस पर कलेक्टर ने अवैध शराब बेचने वाले ढाबों और कई संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. इसी सिलसिले में टीम ने सोमवार को कार्रवाई करते हुए शराब के अवैध दुकानों को ध्वस्त कर दिया है.
कई बार कार्रवाई के बाद भी सप्लाई जारी
सहायक आयुक्त आबकारी राजनारायण सोनी ने बताया कि कलेक्टर के निर्देश के परिपालन में कार्रवाई करते हुये एबी रोड, लसूडिया स्थित ढाबा मिडलैंड, नावदा पंथ में होटल सुकून, राऊ बायपास स्थित ढाबा बल्ले-बल्ले और गांधीनगर स्थित ढाबा महाकाल पर कार्रवाई की गई.
इसी कड़ी में प्रशासन की संयुक्त टीम सुबह लसूड़िया ढाबा मिडलैंड और होटल सुकून को ढहाने पहुंची. इनके निर्माण बुलडोजर के जरिए जमींदोज किए गए. इसी तरह राऊ बायपास स्थित ढाबा बल्ले-बल्ले और गांधीनगर स्थित ढाबा महाकाल के अवैध अतिक्रमण को भी ध्वस्त किया गया.
आबकारी विभाग की मिलीभगत के लगे आरोप
इन सभी ढाबों पर आबकारी अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध रूप से शराब बेचने की बात सामने आ रही है. इसके लिए अब जल्द ही जिला प्रशासन के अधिकारी जांच भी करेंगे. अगर कोई भी आबकारी अधिकारी या पुलिसकर्मी इन मामलों में संलिप्त पाया जाता है तो उन पर कार्रवाई होगी.