शिवपुरी। प्रीतम लोधी के समर्थन ने लोधी समाज ने बड़ा फैसला लिया है. शिवपुरी जिले में हुई लोधी समाज की 5 गांवों में पंडितों से पूजा पाठ नहीं कराने का फैसला किया है. 5 गावों में पंडितों से पूजा पाठ सहित विवाह के फेरे भी नहीं कराए जाएंगे. इसके साथ ही गांव के लोगों को चेतावनी दी गई है कि जो भी पंडितों को बुलाएगा उसपर समाज 51 रुपए का अर्थ दंड भी लगाएगा. पंडित को बुलाने वाले व्यक्ति का सामाजिक बहिष्कार भी किया जाएगा.
ओबीसी महासभा ने बुलाई थी पंचायत: ओबीसी महासभा के आयोजित इस कार्यक्रम में हजारों की संख्या में एसटी एससी ओबीसी समाज के लोग एकत्रित हुए थे. इस कार्यक्रम के तहत ओबीसी महासभा ने एक ज्ञापन दलित पिछड़ों और आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार और अन्याय के खिलाफ एसडीएम को भी सौंपा गया. आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रीतम लोधी को आना था लेकिन वे खराब स्वास्थ्य की वजह से यहां नहीं पहुंच सके. उनके बेटे राकेश लोधी इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
5 गावों में नहीं करवाएंगे पंडितों से पूजा पाठ: ओबीसी महासभा के आयोजन में 5 गांव में रहने वाले लोधी समाज ने एकजुट होकर किसी भी पंडित से कथा शादी विवाह, हवन आदि मांगलिक कार्यक्रमों में पूजा पाठ नहीं कराने का फैसला लिया. इस पंचनामे को वार्ड क्रमांक 15 के जिला पंचायत सदस्य मनीराम लोधी ने ओबीसी महासभा के भरे मंच पर खड़े होकर सुनाया. जिसमें 31 अगस्त को पांच गांव, शंकरपुर, भडोरा, टपरियन, हीरापुर, पुरैनी में रहने वाले लोधी समाज के लोगों ने महादेव मंदिर शंकरपुर पर एकत्रित होकर यह फैसला लिया है कि सभी लोधी समाज के लोग कथा, शादी विवाह, व हवन एवं अन्य मांगलिक कार्यों में पंडितों को नहीं बुलाएंगे. यदि कोई भी लोधी समाज का व्यक्ति पंडितों को कार्यक्रमों में बुलाता है तो उस पर लोधी समाज 51 सौ रुपए का दंड भी लगाएगा. इन पंचायतों में रहने वाला लोधी समाज का व्यक्ति पंचनामा को स्वीकार नहीं करता है तो उसको समाज से बहिष्कृत कर दिया जाएगा।
न्याय नहीं मिला तो करेंगे बड़ा आंदोलन: ओबीसी महासभा में सम्मिलित होने पहुंचे प्रीतम लोधी के पुत्र राकेश लोधी ने बताया कि अगर लोगों को न्याय नहीं मिला तो उनके पिता प्रीतम लोधी एक बड़ा आंदोलन करेंगे. राकेश लोधी ने बताया कि प्रशासन द्वारा एसटी ओबीसी दलित वर्ग पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है. इसके बावजूद समाज के लोग प्रीमत लोधी के साथ हैं. लोग समाज के आव्हान पर एकत्रित हो रहे हैं और उनका समर्थन कर रहे हैं.