ग्वालियर। इस समय हरियाणा की मेवाती गैंग के निशाने पर ग्वालियर-चंबल है और यही वजह है कि, ग्वालियर चंबल अंचल में लगातार एटीएम काटने की घटना को निशाना बनाया जा रहा है. (ETV Bharat reality check) पिछले एक महीने में अंचल से इस गैंग ने एटीएम को काटकर करोड़ों रुपए की लूट की है और अभी हाल में ही एटीएम कांटने वाला मास्टरमाइंड और 25 हजार का इनामी बदमाश खुर्शीद को पकड़ने में पुलिस ने सफलता हासिल की है.
ईटीवी भारत का रियलिटी चेक
ग्वालियर और मुरैना पुलिस ने बदमाश के घर से ही उसे पकड़ लिया और उसके बाकी साथियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है. इस बीच सवाल इस बात का है कि, लगातार ATM में हो रही लूट के बावजूद बैंक प्रबंधक और पुलिस अभी भी नजर बंद किए हुए हैं. दोषी अगर कहा जाए तो एटीएम लूट का तो वह बैंक प्रबंधक है क्योंकि एटीएम की सुरक्षा सिर्फ कागजों तक ही सीमित है. इसी को लेकर ईटीवी भारत ने आज शहर में लगे ATM की सुरक्षा की पड़ताल की और उनका रियलिटी चेक किया. रियलिटी चेक में पता लगा लगभग 50 से 60 फ़ीसदी एटीएम में सुरक्षा के कोई इंतजाम आज भी नहीं है.
अबारा कुत्तों का बसेरा बन रहे ATM
ग्वालियर चंबल अंचल से लगातार ATM काटने की घटनाएं सामने आ रही हैं. ATM काटने वाली गैंग रात में गैस कटर से एटीएम को काटकर लाखों करोड़ों रुपए लूटकर ले जा रहे हैं, लेकिन अभी तक बैंक प्रबंधक और पुलिस प्रशासन की नींद नहीं खुली है. इसका कारण है कि, शहर में और सुनसान जगह लगे ATM पर अभी भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है. आधे से ज्यादा एटीएम ऐसे हैं जिन पर सुरक्षा गार्ड नहीं है और एटीएम के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं. यह ना सिर्फ दिन की बल्कि रात की भी यही स्थिति है, आधे से ज्यादा एटीएम के दरवाजे खुले रहने के कारण उनमें आवारा कुत्तों का बसेरा रहता है.
क्या है ATM लूट का कारण
शहर के सबसे पॉश इलाका कही जाने वाली सिटी सेंटर में सबसे ज्यादा अलग-अलग बैंकों के एटीएम हैं, लेकिन इसके बावजूद सुरक्षा व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं है. एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं है और यही वजह है के मेवाती गैंग दिन में पहले शहर के सभी ATM की सुरक्षा की रैकी करती है और उसके बाद रात में आकर पेटीएम को गैस कटर से काटकर पैसे लूट कर ले जाती है. एटीएम की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जब पुलिस अधीक्षक अमित सांघी से बातचीत की तो उनका कहना है कि, हमारी पुलिस रात में गश्त करती है और सभी एटीएम को चेक भी किया जाता है लेकिन असल में इन एटीएम की सुरक्षा की जिम्मेदारी बैंक प्रबंधक की तरफ से होती है. बैंक की तरफ से हर एटीएम पर सुरक्षा गार्ड होना अनिवार्य है, लेकिन शहर में अधिकतर एटीएम ऐसे हैं जिन पर सुरक्षा गार्ड नहीं हैं. और यही वजह है कि यह बदमाश ऐसे एटीएम को निशाना बनाते हैं जिन पर सुरक्षा गार्ड तैनात नहीं होता है या फिर एटीएम से सुरक्षा गार्ड गायब नजर आता है।
मिलीभगत से चल रहा काम
सूत्रों की मानें तो एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तैनात है लेकिन यह तैनाती भी सिर्फ कागजों में होती है. बैंक प्रबंधक की तरफ से कागजों में हर एटीएम पर सुरक्षा गार्ड तैनात किया जाता है लेकिन सांठगांठ के चलते यह पैसा सिर्फ कुछ अधिकारियों की जेबों में चला जाता है. इसके साथ ही कुछ सुरक्षा गार्ड तो ऐसे भी हैं जो सिर्फ ATM पर एक या दो घंटे के लिए दिखाई देते हैं उसके बाद वह हमेशा गायब रहते हैं. कहा जा सकता है कि, यह सब काम बैंक प्रबंधक की मिलीभगत की वजह से होता है.