ग्वालियर। एट्रोसिटी एक्ट को लेकर पिछले साल हुये हिंसक आंदोलन को आज एक साल हो गया. मध्यप्रदेश में इस आंदोलन का सबसे ज्यादा प्रभाव ग्वालियर-चंबल अंचल में देखा गया था और उपद्रव के दौरान भिंड, मुरैना और ग्वालियर में कई लोगों की जानें चली गई थीं. 2 अप्रैल को एक साल पूरा होने पर संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनाय किया गया है और धारा 144 लगाई गई है.
बीती रात ग्वालियर में पुलिस सक्रिय दिखी और चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात किये गये, संवेदनशील इलाके में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है. मुरैना में भी पुलिस फ्लैग मार्च निकाला और धारा 144 लागू की गई है.
बता दें, कि पिछले साल 2 अप्रैल को एट्रोसिटी एक्ट को लेकर हुए आंदोलन के दौरान जिले में कई स्थानों पर पथराव गोलीबारी हुई थी जिसमें कई लोगों की जान भी गई थी. इस दौरान जिले के बिगड़े हालातों को काबू में लाने में जिला प्रशासन को भारी मशक्कत करनी पड़ी थी.