ग्वालियर। जखोरा गांव की महिला पहलवान रानी राणा ने एक बार फिर से अंचल का नाम रोशन किया है और भुवनेश्वर में आयोजित खेलो इंडिया गेम्स 2020 में गोल्ड मेडल जीता है. रानी ने गुरु जंभेश्वर यूनिवर्सिटी की पहलवान जीविका को पटखनी देकर यह गोल्ड मेडल हासिल किया हैं. रानी राणा ग्वालियर जिले के जखोरा गांव की रहने वाली हैं जहां किसी जमाने में बेटियां घर की चारदीवारी से बाहर नहीं निकलती थी.
खेलो गेम्स 2020 में महिला रेसलिंग में देश की यूनिवर्सिटी की 8 सुपर पहलवान शामिल हुई थी. रानी राणा ने 55 किलोग्राम वर्ग में भाग लिया था, जिसमें रानी ने स्वर्ण पदक जीता है. बता दे ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी के सुपर आठ खिलाड़ियों ने ही भाग लिया था, उन सभी खिलाड़ियों में रानी ने अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया है.
गांव से निकल सपने को किया पूरा
रानी राणा ने छोटे से गांव में ज्यादा पढ़ना तक नसीब नहीं होता था, बेटियों को घर के अंदर ही रहकर चूल्हा चौका करना पड़ता था और छोटी उम्र में ही शादी कर विदा होना पड़ता था. इन हालातों में गांव की बेटियों का कुश्ती में कैरियर बनाना किसी सपने जैसा था, लेकिन बचपन से ही उसे कुश्ती का शौक था, जिसकी जिद आज रानी को इस मुकाम पर ले आई.
पहले भी मिला है गोल्ड
गांव से बाहर निकल रानी ने इतिहास रचना शुरू किया तो गांव वाले उसकी तारीफ में ही करते हैं. बता दे पिछले साल भी रानी राणा ने 55 किलोग्राम वर्ग में नेशनल का गोल्ड मेडल जीता था, जहां महाराष्ट्र के शिर्डी में आयोजित नेशनल वुमन रेसलिंग चैंपियनशिप में रानी ने एमपी को ऐतिहासिक कामयाबी दिलाई थी.