ग्वालियर: ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय से हटाए गए कुलगुरु प्रो. अविनाश तिवारी के बाद नए कुलगुरु डॉ.राजकुमार आचार्य ने बुधवार को अपना पदभार ग्रहण कर लिया. इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ता भी पहुंचे और उन्होंने गंगाजल कुलपति की कुर्सी पर छिड़काव किया. इस दौरान सुरक्षा कर्मी से छात्रों का विवाद भी हुआ.
हटाए गए कुलगुरु पर फर्जीवाड़े का केस
एनएसयूआई ने पूर्व कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी सहित अन्य लोगों के भ्रष्टाचार को लेकर गंगाजल से शुद्धिकरण प्रक्रिया अपनाई. इस दौरान उन्होंने नए कुलगुरु डॉ. आचार्य का मिठाई और पुष्पहार से स्वागत भी किया. राजभवन ने प्रो.अविनाश तिवारी को मंगलवार को उनके पद से बर्खास्त कर दिया था. उनके खिलाफ ईओडब्ल्यू में कॉलेजों की मान्यता को लेकर फर्जीवाडे़ के संबंध में मुकदमा दर्ज है. नए कुलुगुरु के पद संभालने के दौरान जीवाजी विश्वविद्यालय में हंगामा देखने को मिला.
नए कुलगुरु ने दी एनएसयूआई को चेतावनी
यह हंगामा उस वक्त हुआ जब नए कुलगुरु पदभार संभालने के लिए पहुंचे. इस दौरान एनएसयूआई ने कुलगुरु की कुर्सी पर गंगाजल छिड़का. इसके चलते माहौल गर्मा गया. नए कुलगुरु ने एनएसयूआई नेताओ को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी. बता दें कि मंगलवार को राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने जीवाजी विश्वविद्यालय में धारा 52 लागू करने का आदेश जारी किया था.
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कुलगुरु सहित सभी ईसी मेंम्बर्स बर्खास्त
इसी के साथ विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो.अविनाश तिवारी सहित सभी ईसी मेंम्बर्स को बर्खास्त कर दिया गया. राजभवन ने डॉ. राजकुमार आचार्य को जीवाजी विश्वविद्यालय का नया कुलगुरु बनाया है. इस मामले में एनएसयूआई प्रदेश महासचिव कृष्णा भारद्वाज ने कहा "उम्मीद है कि नए कुलगुरु सारी अनियमितताएं दूर करेंगे."