ग्वालियर। दुनिया की सबसे लंबी दूरी तय करने वाली और 100 साल से अधिक पुरानी नैरोगेज ट्रेन की विरासत को हेरिटेज टूरिस्ट ट्रेन के रूप में सहेजने के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेल मंत्री को पत्र लिखा है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस नैरोगेज ट्रेन के कोच और इंजन की नीलामी पर रोक लगाने के लिए कहा है. इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि इस ऐतिहासिक ट्रेन के जरिए अंचल में पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है. यही वजह है कि केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि ग्वालियर नगर में प्रस्तावित हेरिटेज ट्रेन या मेट्रो ट्रेन के विषय में जब तक अंतिम निर्णय नहीं हो जाता, तब तक इन कोचों की नीलामी न की जाए.
![Jyotiraditya Scindia wrote a letter to Railway Minister](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/14481006_letter.jpg)
पर्यटन की दृष्टि से चलाई जाए नैरोगेज ट्रेन
रेल मंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि ग्वालियर महानगर में रियासत कालीन नैरोगेज ट्रेन की विरासत संरक्षित रहे और नगर के नागरिकों को परिवहन सुविधा और देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को पर्यटन की दृष्टि से भी इसका लाभ मिले. इसके लिए वह काफी लंबे समय से प्रयासरत है. इसको लेकर लगातार वह ग्वालियर नगर में मेट्रो ट्रेन या टूरिज्म डिपार्टमेंट के माध्यम से नगर के पुराने नैरोगेज ट्रैक पर ट्रेन चलाने के लिए योजना तैयार करने की मांग कर चुके हैं. जिसको लेकर मध्य प्रदेश रेल कॉरपोरेशन फिजिबिलिटी स्टडी करने के लिए भेजा है, जिसका कार्य प्रगति पर है. इस उद्देश्य से केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सहयोग से अभी तक कंप्रेसर मोबिलिटी प्लान बनाने का कार्य प्रगति पर है जो कि आगामी चार महीने में पूर्ण हो जाएगा. जिसके आधार पर ग्वालियर नगर में नेरोगेज हेरिटेज ट्रेन और मेट्रो ट्रेन आदि के संचालन के लिए ट्रेनों का चयन किया जाएगा.